सड़क नहीं बनी तो कानपुर की जनता ने हाथ जोड़कर नगर आयुक्त से की प्रार्थना, जानिए- क्या कहा
तात्याटोपेनगर से रविदासपुरम इलाके को जाने वाली 900 मीटर सड़क वर्ष 2000 में बनी थी। इसके बाद 2007 व 2011 में सड़क पर पैचवर्क हुआ था। पिछले नौ वर्षों से सड़क की मरम्मत न होने की वजह से 100 से ज्यादा लोगों को गड्ढे हो गए हैं।
कानपुर, जेएनएन। शहर स्मार्ट होने के बावजूद आज भी कानपुर की गलियों में पानी भरा हुआ है। तात्याटोपे नगर के परेशान लोगों ने टूटी सड़क पर खड़े होकर हाथ जोड़कर अधिकारियों से प्रार्थना की। तात्याटोपेनगर से रविदासपुरम इलाके को जाने वाली 900 मीटर सड़क वर्ष 2000 में बनी थी। इसके बाद 2007 व 2011 में सड़क पर पैचवर्क हुआ था। पिछले नौ वर्षों से सड़क की मरम्मत न होने की वजह से 100 से ज्यादा लोगों को गड्ढे हो गए हैं। सड़क बनवाने के नाम पर पिछले चार वर्षों से सिर्फ फाइल बनकर की तैयार हो पाई है। लोगों का कहना है कि सड़क इतनी ज्यादा जर्जर है कि सफर के बाद कमर में दर्द होने लगता है। उन्होंने बताया कि गाड़ी के भी नट बोल्ड ढीले हो जाते हैं। मौन प्रदर्शन के बाद उन्होंने कहा कि नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी का घेराव करेंगे। प्रदर्शन में आशुतोष सचान, अमन, हर्षित, अमित गुप्ता, धीरेंद्र सचान, अंकुर, बलवीर सिंह, संदीप, आजाद, आरएसएस के डा. पीएन अवस्थी, अरुण शुक्ला, मोहित सविता, प्रियंक द्विवेदी।
18 गांवों को कानपुर-झांसी हाईवे से जोड़ती है सड़क: रविदासपुरम, आंबेडकरपुरम, मेहरबान सिंह पुरवा, मर्दनपुर, पिपौरी, सीढ़ी इटारा, फत्तेपुर, तात्याटोपे नगर के कई ब्लाक के लोग तात्याटोपे नगर की जर्जर सड़क से होते हुए कानपुर-झांसी फ्लाईओवर में यह सड़क मिलती है।