Aligarh Poisonous Liquor Case: शराब माफिया विपिन का इटावा में भी था नेटवर्क, कुछ दिन पहले आया था गांव
Aligarh Poisonous Liquor Case विपिन यादव ऊसराहार क्षेत्र से थोड़ी दूर पर स्थित गांव हिंदूपुर ढढौस थाना किशनी जिला मैनपुरी का मूल निवासी है। दो दिन पूर्व ही वह अपने पैतृक गांव आया था जिसके बाद तिर्वा कन्नौज चला गया था।
इटावा, जेएनएन। Aligarh Poisonous Liquor Case अलीगढ़ शराब कांड के बाद सुर्खियों में आया शराब माफिया 50 हजार रुपये का इनामी विपिन यादव जिले की सीमा पर स्थित अपने पैतृक गांव आया था। कन्नौज जाने की सूचना पर ऊसराहार पुलिस ने सीमाओं पर नाकाबंदी करके चेकिंग अभियान चलाया, लेकिन वह हाथ नहीं आया। शराब माफिया ने इस क्षेत्र में भी अपना नेटवर्क बना रखा था, लेकिन हाल ही में बदरिया पूठ के शराब माफिया को जेल भेजे जाने के बाद अवैध कारोबार इस क्षेत्र में थमा हुआ है।
विपिन यादव ऊसराहार क्षेत्र से थोड़ी दूर पर स्थित गांव हिंदूपुर ढढौस थाना किशनी जिला मैनपुरी का मूल निवासी है। दो दिन पूर्व ही वह अपने पैतृक गांव आया था जिसके बाद तिर्वा, कन्नौज चला गया था। जिले में कन्नौज और मैनपुरी जिले की सीमा ऊसराहार थानाक्षेत्र से लगने के कारण और आरोपित के इस क्षेत्र में होने की जानकारी के बाद ऊसराहार पुलिस ने कन्नौज, मैनपुरी और औरैया की सीमा पाल अड्डा पर चेकिंग अभियान चलाया। लोगों का कहना है कि विपिन यादव ऊसराहार क्षेत्र में अपने गुर्गों से अवैध शराब की बिक्री करवाया करता था।
अभियुक्तों के साथ हुआ गिरफ्तार: शराब माफियाओं की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी अलीगढ़ द्वारा छह टीमें गठित की गई थीं। टीमों ने कार्रवाई करते हुए 50 हजार के इनामी विपिन यादव सहित 17 अभियुक्तों को पकड़ा। बता दें कि अभियुक्त विपिन यादव की निशानदेही पर अलीगढ़ के थाना अकराबाद के पनैठी में अवैध शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया। जहांं से बड़ी मात्रा में बोतल, केमिकल के ड्रम, अवैध शराब के पव्वों की पेटी, बड़ी पानी की टंकी में अवैध मिश्रित शराब, ढक्कन, बड़ी पानी की बोतलें, पैकिग मशीन, रैपर, बार कोड के रोल आदि बरामद हुआ।