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Good News: Industrial Development Minister सतीश महाना पहुंचे रिमझिम इस्पात फैक्ट्री, पांच घंटे में दिलाई इस काम की अनुमति

अब शुक्रवार से यहां दो हजार सिलिंडर रोज भरने की क्षमता हो जाएगी। दैनिक जागरण ने गुरुवार सुबह ही औद्योगिक इकाई की इस पहल को प्रकाशित किया था कि कैसे उन्होंने औद्योगिक उत्पादन घटाकर संक्रमितों की जान बचाने का प्रयास शुरू किया है।

By Akash DwivediEdited By: Published: Thu, 22 Apr 2021 09:45 PM (IST)Updated: Thu, 22 Apr 2021 09:45 PM (IST)
Good News: Industrial Development Minister सतीश महाना पहुंचे रिमझिम इस्पात फैक्ट्री, पांच घंटे में दिलाई इस काम की अनुमति
ऑक्सीजन की किल्लत को लेकर हमीरपुर स्थित रिमझिम इस्पात प्लांट का निरीक्षण करते औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना

कानपुर, जेएनएन। आक्सीजन संकट से तड़प रहे कानपुर समेत प्रदेश के आधा दर्जन जिलों के कोरोना संक्रमित मरीजों को दो दिन के अंदर ही बड़ी राहत मिलने वाली है। हमीरपुर के भरुआ सुमेरपुर स्थित रिमझिम इस्पात में आक्सीजन उत्पादन को लेकर निरीक्षण करने पहुंचे प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने महज पांच घंटे में उन्हें क्षमता दोगुनी करने की अनुमति दिला दी है। अब शुक्रवार से यहां दो हजार सिलिंडर रोज भरने की क्षमता हो जाएगी। दैनिक जागरण ने गुरुवार सुबह ही औद्योगिक इकाई की इस पहल को प्रकाशित किया था कि कैसे उन्होंने औद्योगिक उत्पादन घटाकर संक्रमितों की जान बचाने का प्रयास शुरू किया है। गुरुवार दोपहर एक बजे प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री महाना प्लांट पहुंचकर कंपनी के निदेशकों से बात की तो उन्होंने बताया कि अभी वह एक साथ 24 सिलिंडर भर रहे हैं।

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इस तरह प्रतिदिन एक हजार सिलिंडर भर पाते हैं। उन्हें 48 सिलिंडर एक साथ भरने की अनुमति मिल जाए तो दो हजार सिलिंडर की प्रतिदिन सप्लाई शुरू हो जाएगी। इस पर औद्योगिक विकास मंत्री ने तुरंत उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार और एमएसएमई के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल से बात कर अनुमति दिलाने के लिए कहा। इसके साथ ही आगरा में विस्फोटक नियंत्रक विभाग के एपी सिंह से बात कर उनकी अनुमति दिलाई। औद्योगिक मंत्री के मुताबिक, सिर्फ पांच घंटे में कंपनी को दोगुनी क्षमता की अनुमति मिल गई। अनुमति पत्र भी उनके हाथ में आ गया। रिमझिम इस्पात के प्रबंध निदेशक योगेश अग्रवाल व निदेशक रोहित अग्रवाल ने कोरोना संक्रमण के दौर में आक्सीजन की किल्लत से परेशान हो रहे मरीजों के संकट को देखते हुए अपने स्टील उत्पादन को कम करके औद्योगिक आक्सीजन बनाना कम कर दिया था। प्लांट से कानपुर के साथ ही कन्नौज, बांदा, जालौन, हमीरपुर, झांसी में सिलिंडर की आपूर्ति हो रही है।  

दुकान खुलवा मंगवाएंगे उपकरण, रात में वहीं रुकेंगे : कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि कानपुर में लाटूश रोड बाजार बंद है और वहीं से नोजल मिलते हैं। इस पर औद्योगिक विकास मंत्री ने कहा कि वह सामान की सूची दें और संबंधित दुकान का नाम बताएं, जहां सामान मिलेगा। दुकानदार से आग्रह कर रात में भी दुकान खुलवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि वह प्लांट में ही रुकेंगे और शुक्रवार को जब 48 नोजल से सिलिंडर भरे जाने लगेंगे, तभी निकलेंगे। 

कानपुर में इन अस्पतालों में होती आपूर्ति : कानपुर में हैलट अस्पताल, मधुराज अस्पताल, गुरुतेग बहादुर नर्सिंग होम, संजीवनी अस्पताल, कुलवंती अस्पताल में आक्सीजन की आपूर्ति होती है।

इस्पात फैक्ट्री में पहले से लगा था आक्सीजन प्लांट : इस्पात फैक्ट्री या जिस किसी औद्योगिक इकाई में धातु को पिघलाना पड़ता है, वहां आक्सीडेशन के लिए आक्सीजन की जरूरत होती है। भट्ठी में लगातार आक्सीजन के लिए बड़ी कंपनियों में प्लांट लगा लिए जाते हैं। इसीलिए रिमझिम इस्पात में पहले से ही प्लांट लगा था। आक्सीजन उत्पादन में औद्योगिक या मेडिकल आपूर्ति का लाइसेंस लेना होता है। 

कानपुर-लखनऊ में मौतों को दिया जा रहा तूल, लोग रहें सजग : औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने यहां कहा कि सरकार ने कोरोना संकट से निपटने के लिए प्रदेश के सभी 75 जिलों में इंतजाम किए हैं। कोविड अस्पतालों में वेंटीलेटर समेत जीवन रक्षक दवाओं के पर्याप्त इंतजाम हैं। सरकार पूरी क्षमता से संकट दूर करने की कोशिश में जुटी है। लोगों को सजग रहकर साप्ताहिक बंदी का पालन करना होगा। कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों में टेस्टिंग बढ़ाने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं। ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच कराई जा रही है। लखनऊ व कानपुर में हुई मौतों को बेवजह तूल दिया जा रहा है। इससे लोगों में दहशत बढ़ रही है। मीडिया को ऐसी खबरों से परहेज करना चाहिए।      


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