Move to Jagran APP

Fight Against COVID-19: कोरोना की कमर तोडऩे के लिए सराफा कारोबारियों ने की बंदी

CoronaVirus Kanpur Latest News Update यूपी सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष महेश चंद्र जैन और संयोजक कैलाश अग्रवाल ने अलग-अलग बाजारों से बात कर बंदी की घोषणा की है। सराफा बाजार से जुड़े कारोबारियों के मुताबिक चौक और बिरहाना रोड पर तो शायद बंदी पूरी तरह सफल हो जाए

By Shaswat GuptaEdited By: Published: Sat, 17 Apr 2021 12:44 PM (IST)Updated: Sat, 17 Apr 2021 12:44 PM (IST)
Fight Against COVID-19: कोरोना की कमर तोडऩे के लिए सराफा कारोबारियों ने की बंदी
कोरोना की खबर से संबंधित प्रतीकात्मक तस्वीर।

कानपुर, जेएनएन। कोरोना की तेजी से बढ़ रही संक्रमण की चेन को तोडऩे के लिए सराफा कारोबारियों ने शनिवार को अपनी दुकानें बंद रखीं। यूपी सराफा एसोसिएशन ने शनिवार और रविवार को अपनी दुकानें बंद रखने का आह्वान किया था। हालांकि बिरहाना रोड, नयागंज, चौक में ही बंदी का असर नजर आया। बाकी शहर में अन्य बाजारों में सराफा कारोबारियों की ज्यादातर दुकानें खुली रहीं।

loksabha election banner

यूपी सराफा एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष महेश चंद्र जैन ने शुक्रवार को शनिवार और रविवार को शहर की सराफा दुकानें बंद करने की घोषणा की थी। इसके लिए उन्होंने व संयोजक कैलाश चंद्र अग्रवाल ने शहर के अन्य बाजारों में दुकानदारों से बात भी की थी। सुबह से ही बिरहाना रोड के करीब-करीब सभी शोरूम बंद रहे। करीब आधा दर्जन दुकानें यहां खुली रहीं। नयागंज में कुछ दुकानें बंद रहीं लेकिन ज्यादातर दुकानें बंद रहीं। खुद कैट के राष्ट्रीय सचिव पंकज अरोड़ा ने आरोप लगाया कि कई दुकानदारों ने बंदी दिखाने के लिए मुख्य द्वार बंद कर लिया लेकिन पीछे के दरवाजे से वे काम करते रहे। कारोबारियों के सामने यह समस्या इसलिए थी क्योंकि सहालग के मौके पर उन्होंने शनिवार को ग्राहकों को जेवर सौंपने का आश्वासन दिया था जिसकी वजह से उन्हेंं दुकानें खोलनी पड़ीं। चौक सराफा में भी बंदी की यही स्थिति नजर आयी। वहीं गुमटी नंबर पांच, लाल बंगला, गोविंद नगर, बर्रा में सराफा कारोबारियों की दुकानें खुली रहीं। यहां पूरे बाजार में एक-दो दुकानें ही बंद नजर आईं। फुटकर कारोबारियों का कहना था कि सहालग के मौके पर इस तरह की बंदी से होने वाला घाटा सहन नहीं किया जा सकता। वैसे भी फुटकर बाजारों में सराफा की दुकान पर दिन भर में पांच-छह खरीदार ही आते हैं, इसलिए दुकान बंद नहीं कर सकते थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.