कानपुर में शत्रु संपत्ति पर कब्जे के आरोप में तीन और एफआइआर, दस्तावजे जुटाने में लगीं टीमें
Enemy Property Case गत दिनों शत्रु संपत्ति संरक्षण संघर्ष समिति ने प्रशासन से की थी शिकायत। तहसीलदार ने लिखवाई ऑनलाइन एफआइआर किरायेदार भी आरोपित। अनवरगंज थाना प्रभारी गंगाधर सिंह चौहान ने बताया कि ई-एफआइआर की प्रति अभी नहीं मिली है।
कानपुर, जेएनएन। Enemy Property Case पिछले दिनों शत्रु संपत्ति संरक्षण संघर्ष समिति के सचिव सैयद अदीबुल कदर ने जिला प्रशासन को प्रार्थनापत्र भेजकर हीरामन का पुरवा स्थित भूमि व अहाते पर कब्जा होने की शिकायत की थी। प्रार्थनापत्र के मुताबिक इलाके में रहने वाले मुख्तार बाबा और उसके साथी जामी पड़वा अपने साथियों के साथ मिलकर करीब 23 करोड़ रुपये की इस संपत्ति को बेच रहे हैं और किराया वसूल रहे हैं। यह संपत्ति शत्रु संपत्ति घोषित है, लेकिन आरोपित इस संपत्ति का दुरुपयोग कर रहे हैं। इसी तरह अनवरगंज स्थित बशीर एस्टेट पर भी कब्जा होने की शिकायत करते हुए मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई थी। कल्याणपुर थाना क्षेत्र में रावतपुर के रोशन नगर स्थित एक शत्रु संपत्ति पर भी कई लोगों का कब्जा होने और परिवार समेत रहने की जानकारी दी गई थी।
बजरिया के बाद अब बेकनगंज, अनवरगंज व रावतपुर की शत्रु संपत्तियों पर अवैध रूप से कब्जा व निर्माण करने के आरोप में जिला प्रशासन की ओर से तीन एफआइआर दर्ज कराई गई हैं। तहसीलदार ने अतुल कुमार ने गुरुवार को ऑनलाइन एफआइआर लिखाकर उसमें कब्जा करने वाले दो व्यक्तियों को नामजद किया है। साथ ही अज्ञात किरायेदारों को भी आरोपित बनाया है। तहसीलदार ने बताया कि मामले में अब पुलिस आगे की विवेचना करेगी।
इनका ये है कहना
अनवरगंज थाना प्रभारी गंगाधर सिंह चौहान ने बताया कि ई-एफआइआर की प्रति अभी नहीं मिली है। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर विवेचना कराई जाएगी और आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई होगी। उधर, बजरिया के कंघीमोहाल स्थित शत्रु संपत्ति की बिक्री के मामले में विक्रेताओं के खिलाफ पुलिस को सुबूत मिल गए हैं। उनके खिलाफ जल्द कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है। खरीदारों के खिलाफ भी दस्तावेज जुटाए जा रहे हैं।