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कानपुर के बिल्हौर में प्रधान की मेहनत लाई रंग, समस्याओं से निजात दिलाकर ग्रामीणों को दिया 'आदर्श गांव'

Panchayat Chunav In UP शिवराजपुर विकास खंड के घिमऊ गांव निवासी गणेश कुमार बाजपेई 2015 में प्रधान बने थे। वे बताते हैं कि पहले गांव की गलियों में कीचड़ व जलभराव समाप्त करने के लिए इंटरलॉकिंग खडंजा नाला और नालियों का निर्माण कराया।

By Shaswat GuptaEdited By: Published: Fri, 26 Feb 2021 06:50 AM (IST)Updated: Fri, 26 Feb 2021 06:50 AM (IST)
कानपुर के बिल्हौर में प्रधान की मेहनत लाई रंग, समस्याओं से निजात दिलाकर ग्रामीणों को दिया 'आदर्श गांव'
कानपुर के बिल्हौर गांव का बदला हुआ स्वरूप।

कानपुर, जेएनएन। कीचड़, जलभराव और गड्ढायुक्त सड़कों पर भला कौन सफर करने की चेष्टा करेगा। ऐसाी सड़कें न केवल उक्त पंखयत, गली या मोहल्ले की अपितु शहर की सुदंरता पर भी बट्टा लगाने का काम करती हैं। लेकिन शिवराजपुर क्षेत्र की घिमऊ ग्राम पंचायत की तस्वीर अब बदली नजर आती है। ये संभव हुआ है निवर्तमान प्रधान गणेश कुमार बाजपेई के प्रयासों से। ग्रामीणों ने उन्हें प्रधान की जिम्मेदारी से नवाजा तो वे विकास कार्यों की बदौलत गांव को अव्वल बनाने में जुट गए। समस्याओं का निराकरण कराया और प्राथमिक विद्यालय की सूरत भी बदली। अच्छे कार्यों के लिए 24 अप्रैल 2017 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी गणेश कुमार को सम्मानित किया था।

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क्या बताते हैं प्रधान गणेश बाजपेई

शिवराजपुर विकास खंड के घिमऊ गांव निवासी गणेश कुमार बाजपेई 2015 में प्रधान बने थे। वे बताते हैं कि पहले गांव की गलियों में कीचड़ व जलभराव समाप्त करने के लिए इंटरलॉकिंग खडंजा, नाला और नालियों का निर्माण कराया। इसके बाद प्राथमिक विद्यालय की सूरत बदलवाई। विद्यालय के हर कमरे व बरामदे में टायल लगवाने के साथ ही पेयजल के लिए पानी की टंकी एवं भव्य मुख्य द्वार का निर्माण कराया। ग्राम पंचायत व मजरे में घर-घर शौचालय बनवाए। गांव में सामुदायिक शौचालय, पंचायत भवन का निर्माण भी कराया। जल संरक्षण के लिए तालाब बनवाए और हैंडपंपों की मरम्मत कराई। नाली निर्माण कराने के साथ ही निरंतर सफाई कराकर गांव को स्वच्छ बनाया।

इनकी भी सुनिए 

  • गांव में सामुदायिक शौचालय बनने के साथ ही प्रतिदिन पूरे गांव में सफाई कराई जाती है। इससे गंदगी समाप्त हो गई है। -  महेन्द्र तिवारी
  • अब गांव की गलियों में जलभराव नहीं होता है। इंटरलॉङ्क्षकग सड़के बनने से गांव की सूरत भी बदल गई है। - सोनू
  • शौचालय बनने से गांव की महिलाओं को सबसे ज्यादा सुविधा मिली है। अब गांव के हर घर में शौचालय है।  - रियासत
  • पहले गांव की कच्ची गलियों में जलभराव रहता था। प्रधान बनने के बाद गणेश बाजपेई ने इंटरलॉङ्क्षकग व खड़ंजा सड़क बनवाई। इससे लोगों को राहत मिली। - गोपाल मिश्रा  

ग्राम पंचायत का लेखाजोखा

  •  ग्राम सभा              घिमऊ
  •  कुल आबादी          5000
  • ग्राम सभा के मजरा        03
  • पेंशनधारी             65
  • पात्र गृहस्थी कार्ड       450
  • अंत्योदय कार्ड         95
  • पंचायत भवन          01
  • मनरेगा जाबकार्ड धारक   200
  • पीएम व सीएम आवास   22
  • तालाब               04
  • व्यक्तिगत शौचालय      30
  • सार्वजनिक शौचालय     01
  • कुल खर्च            45,40000

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