निदेशक खनिज ने पकड़े ओवरलोड वाहन, तहसीलों मेें चल रहा ओवरलोडिंग का खेल
उन्नाव जनपद में लगातार हो रही ओवरलोडिंग की सूचना पर बुधवार को खनिज निदेशक ने औचक कार्रवाई। खनिज निदेशक ने जिले में कई ओवरलोड वाहन पकड़े और इसके बाद खनिज अधिकारी तथा एआरटीओ को मौके पर बुलवाकर कार्रवाई कराई। कुछ से जुर्माना वसूला गया।
कानपुर, जेएनएन। उन्नाव जिले में खनन परमिटयुक्त हो अथवा अवैध, खनिज लेकर चलने वाला परिवहन ओवरलोडेड होता है। लगातार इसे लेकर मिल रही जानकारी के बाद बुधवार को लखनऊ से आकर निदेशक खनिज ने कार्रवाई की. दही चौकी में अपने वाहन को खड़ा करके निदेशक खनिज रोशन जैकब ने लगभग आधा सैकड़ा वाहनों को एनएच के किनारे रुकवाया। इसके बाद जिला खान अधिकारी और एआरटीओ को मौके पर बुलवाया। निदेशक के फोन पर आनन-फानन अधिकारी मौके पर पहुंचे, वहां एक सिरे से की गई वाहनों की जांच में आधा दर्जन नियम विपरीत पाए गए, जिन पर जुर्माना वसूली के साथ अन्य विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
खान अधिकारी अमित रंजन ने बताया कि निदेशक खनिज रोशन जैकब लखनऊ से आई थीं। दही चौकी पहुंचते ही उन्होंने लगभग कतारबद्ध जा रहे ओवरलोड वाहनों को देखकर अपनी गाड़ी खड़ी कर देने का आदेश चालक को दिया। इसके बाद फौरन एआरटीओ व खान विभाग को इसकी सूचना दी गई। निदेशक ने राष्ट्रीय राजमार्ग लखनऊ-कानपुर के दोनों छोर पर स्वयं सक्रिय होकर ओवरलोडेड ट्रक, डंपर आदि खड़ा करवाए। तब तक मौके पर खान अधिकारी व एआरटीओ विभाग से अफसर पहुंच गए। खनिज अधिकारी ने बताया कि इस दौरान निदेशक के आदेश पर खड़े कराए गए सभी ओवरलोड वाहनों की जांच गंभीरता से की गई। इसमें आधा दर्जन ट्रक ओवरलोडिंग के दोषी पाए गए। अधिकारी ने बताया कि पकड़े ओवरलोड ट्रकों को संबंधित पुलिस चौकी में खड़ा करवा दिया गया है। वहां से इन वाहनों पर लदे खनिज की नापजोख के बाद एआरटीओ अपना जुर्माना तय करेंगे। इसके अतिरिक्त पकड़े गए ओवरलोड वाहनों पर खान विभाग ने लगभग तीन लाख का जुर्माना तय कर दिया है।
सभी तहसीलों में हो रही ओवरलोडिंग की अनदेखी
सदर तहसील में ओवरलोडिंग वाहनों की अनदेखी खूब हो रही है। इसके साथ ही जिले की अन्य सभी तहसीलों में भी ओवरलोडिंग का खेल जारी है। दिन को कम तो रात को एक लाइन से ओवरलोड परिवहन निकलने का सिलसिला जिला मार्ग, राज्यमार्ग के अलावा नेशनल हाईवे तक देखा जाता है। इस पर जिम्मेदार विभाग तब तक कार्रवाई से बचता है, जब तक की इसकी जानकारी अथवा शिकायत न की जाए।