कानपुर की इस गली से निकलना होगा बहुत मुश्किल, लोग घरों के बाहर लगाते हैं पत्थर
क्षेत्रीय सुनील सुबेदार सुरेश सिंह संतोष शुक्ला अजीत कुमार सुनील पांडेय रामशंकर कमलेश ने बताया कि शाम को जब जलनिगम की लाइनों से जलापूर्ति होती है तो घरों का पानी सड़क पर बहकर दोबारा घरों में घुसने लगता है। सर्वे करने के बाद अधिकारी शांत बैठ गए हैं।
कानपुर, जेएनएन। स्मार्ट सिटी होने के बावजूद नौबस्ता सरस्वती नगर मोहल्ले की सड़क में निकलना अपने आप में बड़ी चुनौती है। बहुत जिगर वाला व्यक्ति ही इस सड़क से निकल पाएगा। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि साल के 365 दिन तक के स्थानीय लोग जलभराव की समस्या से जंग लड़ते हैं। इलाके में अगर कोई दो व चार पहिया वाहन से पहली बार आया है तो वह जलभराव देखकर ही वापस लौट जाता और क्षेत्र के लोगों से दूसरा रास्ता पूछता है। क्षेत्रीय सुनील, सुबेदार सुरेश सिंह, संतोष शुक्ला, अजीत कुमार, सुनील पांडेय, रामशंकर, कमलेश ने बताया कि शाम को जब जलनिगम की लाइनों से जलापूर्ति होती है तो घरों का पानी सड़क पर बहकर दोबारा घरों में घुसने लगता है। इससे बचने के लिए लोग अपने दरवाजों में पत्थर रखते हैं या फिर घरों की चौखट को ऊपर कर देते हैं। क्षेत्रीय भाजपा पार्षद मेनका सिंह ने बताया कि नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी को कई बार लिखकर क्षेत्र में सीवर लाइन डालने की मांग की है, लेकिन सर्वे करने के बाद अधिकारी शांत बैठ गए हैं।
लोग बोले, सड़क नहीं सीवर चाहिए
क्षेत्र में कई सड़कों को बनवाया गया है, लेकिन सीवर लाइन नहीं होने से पानी सड़क पर भर जाता और जल्द ही यह खराब हाेने लगती है। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि सड़क की जगह अगर सीवर लाइन डाल दी जाए तो क्षेत्र की गंदगी कम हो जाएगी।
इनका ये है कहना
नौबस्ता क्षेत्र में सीवर लाइन किसी भी योजना प्रस्तावित नहीं है। सरकारी की ओर से नए प्रस्ताव पर रोक लगी हुई है। सरकार के आदेश के बाद ही क्षेत्र का सर्वे किया जा सकता है। - मोहम्मद असहन, अधिशासी अभियंता, जलनिगम