दूर होगा kanpur के कारोबारियों का दर्द, प्रमुख सचिव की हरी झंडी के बाद जल्द बनेगी ट्रांसपोर्ट नगर की सड़क
पिछले गुरुवार को प्रमुख सचिव की लखनऊ में हुई बैठक में कानपुर के ट्रांसपोर्ट नगर की दो सड़कें बनाने के लिए हरी झंडी मिल गई है। अब पीडब्लूडी अधीक्षण अभियंता ने टेंडर मांगे हैं। जल्द ही यहां की सड़कों की मरम्मत कराई जाएगी।
कानपुर, जेएनएन। ट्रांसपोर्ट नगर में वर्षों से गड्ढों और धूल का दंश झेल रहे कारोबारियों को जल्द ही निजात मिलेगी। पिछले गुरुवार को प्रमुख सचिव की लखनऊ में हुई बैठक में यहां की दो सड़कें बनाने के लिए हरी झंडी मिल गई है। अब पीडब्लूडी अधीक्षण अभियंता ने टेंडर मांगे हैं।
ट्रांसपोर्ट नगर की सड़क बिल्कुल जर्जर है। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे होने से दोपहिया वाहन सवार यहां से निकलने में घबराते हैं। बारिश में तो जलभराव होने से रोजाना वाहन पलटते हैं। ट्रांसपोर्ट नगर में जलनिकासी की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में कारोबारियों के गोदाम में पानी भर जाने से उनका सामान भी खराब हो जाता है।
डिप्टी सीएम से लगा चुके हैं गुहार
सड़क को लेकर यूपी मोटर ट्रांसपोर्ट एसोएिसशन के पदाधिकारी डिप्टी सीएम केशवप्रसाद मौर्य से कई बार मिल चुके हैं। एसोसिएशन के प्रदेश महामंत्री सतीश गांधी का कहना है कि सड़क बनी तो ट्रांसपोर्टरों को बहुत बड़ी राहत मिलेगी।
पीडब्ल्यूडी को हुई थी हस्तांतरित
ट्रांसपोर्टनगर की सड़क का स्वामित्व नगर निगम के पास था। निगम ने तारकोल की सड़क बनाई थी, लेकिन कुछ ही माह में यह टूट गई। इसके बाद नगर निगम के पास बजट न होने से ये सड़क पीडब्ल्यूडी को हस्तांतरित कर दी गई।
कहां से कहां तक बनेगी सड़क
1- ट्रांसपोर्ट नगर से बाकरगंज चौराहा होते हुए जूही नहरिया तक
लंबाई - एक किमी
वर्तमान चौड़ाई - 14 मीटर
नई चौड़ाई - 18 मीटर
लागत - 7.56 करोड़
2- ट्रांसपोर्ट नगर चौराहे से जूही नहरिया जाने वाली सड़क
लंबाई - 900 मीटर
वर्तमान चौड़ाई - नौ मीटर
नई चौड़ाई - 18 मीटर
लागत - 8.80 करोड़
सड़क से जुड़े मुख्य बिंदु
- 1500 ट्रकों का आवागमन है सड़क से प्रतिदिन
- 150 करोड़ रुपये का है रोजाना कारोबार
- 3200 ट्रकों की क्षमता की बनेगी सड़क
-1000 कारोबारी हैं ट्रांसपोर्टर नगर में
इनका है कहना
लखनऊ में हुई प्रमुख सचिव और प्रमुख अभियंता की बैठक में सड़क को स्वीकृति मिल गई है। उम्मीद है कि सप्ताह भर में वित्तीय नियंत्रक से धनराशि भी मिल जाएगी। - शिवप्रसाद ओझा, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी, निर्माण भवन दो