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Mahoba Murder Case: दिवंगत क्रशर कारोबारी के आवास से हटाई गई सुरक्षा, स्वजनों ने कही ये बड़ी बात

Mahoba Murder Case स्वजन ने कहा नहीं दी गई पूर्व सूचना। दिवंगत के बड़े भाई रविकांत त्रिपाठी ने बताया कि फरार पूर्व एसपी की गिरफ्तारी न होने के बावजूद परिवार की सुरक्षा हटाने से उनको व परिवार को जान का खतरा है।

By Shaswat GuptaEdited By: Published: Mon, 18 Jan 2021 10:31 PM (IST)Updated: Mon, 18 Jan 2021 10:31 PM (IST)
Mahoba Murder Case: दिवंगत क्रशर कारोबारी के आवास से हटाई गई सुरक्षा, स्वजनों ने कही ये बड़ी बात
महोबा में क्रशर कारोाबरी के हत्याकांड से संबंधित सांकेतिक चित्र।

महोबा, जेएनएन। पिछले साल सितंबर में हुए चर्चित कबरई कांड में सोमवार को दिवंगत क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी के आवास से पुलिस सुरक्षा हटा ली गई। पूर्व एसपी मणिलाल पाटीदार पर भ्रष्टाचार के आरोप के साथ ही उनसे जान का खतरा बताने के दूसरे ही दिन अपनी कार में इंद्रकांत के गोली लगने से घायल मिलने और बाद में उनकी मौत ने जिले से लेकर शासन तक खलबली मचा दी थी। मामले में मुख्य आरोपित भगोड़े इनामी आइपीएस पाटीदार की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। एकाएक सुरक्षा वापस लिए जाने से स्वजन हैरान हैं। उनका कहना है, इस बारे में पूर्व सूचना तक नहीं दी गई। उधर, पुलिस के आला अधिकारी सुरक्षा वापस लेने के पीछे के आधार यही बता रहे हैं कि अब परिवार को और दिन सुरक्षा देने की जरूरत नहीं दिखती। हालांकि, वादी की सुरक्षा में एक पुलिसकर्मी की तैनाती अभी बरकरार है। 

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मामले में अब तक 

क्रशर कारोबारी को आठ सितंबर 2020 को गोली लगने के बाद कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 13 सितंबर को उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी। दिवंगत कारोबारी के भाई रविकांत त्रिपाठी की तहरीर पर तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार, एसओ देवेंद्र शुक्ला व दो अन्य पर गंभीर धाराओं में कबरई थाने में मुकदमा किया गया था। एसआइटी जांच में भी माना गया था कि तत्कालीन एसपी के कारण इंद्रकांत तनाव में थे। मामला हाई प्रोफाइल होने के कारण शासन ने दिवंगत कारोबारी के परिवार को सुरक्षा देने के लिए 10 सितंबर को पांच सिपाहियों की आवास पर तैनाती कराई थी। सोमवार दोपहर को ये सिपाही सुरक्षा से हटा लिए गए। वादी रविकांत ने कहा कि इसकी उन्हें पूर्व में कोई सूचना भी नहीं दी गई थी। दिवंगत के बड़े भाई रविकांत त्रिपाठी ने बताया कि फरार पूर्व एसपी की गिरफ्तारी न होने के बावजूद परिवार की सुरक्षा हटाने से उनको व परिवार को जान का खतरा है। सुरक्षा हटाने के पूर्व परिवार को कोई जानकारी भी नहीं दी गई है। 

इनका ये है कहना 

- परिवार को लाइफ टाइम (जीवन पर्यंत) सुरक्षा नहीं दी गई थी। इसलिए दिवंगत कारोबारी के आवास पर लगाए गई सुरक्षा सोमवार को हटाई गई है। 

-एसपी अरुण कुमार श्रीवास्तव 


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