Coronavirus News Kanpur: कोरोना से एक ने तोड़ा दम, 26 नए संक्रमित निकले तो वैक्सीन पहुंचाने की कवायद तेज
कोरोना से स्वस्थ होने वालों का आंकड़ा 29 हजार के पार। शासन ने फरमान जारी किया है कि अगर तीन दिन में निजी अस्पताल डॉक्टर पैरामेडिकल एवं कर्मचारियों की सूची नहीं उपलब्ध कराएं तो उनके निजी अस्पताल इसेंस का नवीनीकरण 31 दिसंबर के बाद नहीं किया जाए।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना से लगातार मौतें हो रही हैं। गुरुवार को एक और संक्रमित ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, जिससे कोरोना से मरने वालों की संख्या 787 हो गई है। कोरोना संक्रमितों की संख्या पहले से कम हुई है, गुरुवार को 26 नए संक्रमित मिले हैं। वहीं, कोरोना से 66 स्वस्थ हुए, उसमें से 14 कोविड हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किए गए और 52 का होम आइसोलेशन पूरा हुआ। जिले में कोरोना संक्रमित 30,887 हो गए हैं। कोरोना से स्वस्थ होने वालों का आंकड़ा 29 हजार का आंकड़ा पार करते हुए 29, 038 पर पहुंच गया है। जिले में कोरोना के एक्टिव केस अब 1,062 बचे हैं। सीएमओ डॉ. अनिल मिश्रा के मुताबिक जूही लाल कॉलोनी निवासी 73 वर्षीय बुजुर्ग महिला की कोरोना के चपेट में आने से मौत हो गई। उन्हें कोरोना के संक्रमण के साथ मधुमेह, एनीमिया और हाइपोथायराइडिज्म की समस्या थी।
सूची न देने पर नहीं होगा लाइसेंस नवीनीकरण
प्रदेश भर में डॉक्टर एवं पैरामेडिकल स्टॉफ को कोरोना की वैक्सीन लगाने की तैयारी तेजी से शुरू हो गई है। शासन ने फरमान जारी किया है कि अगर तीन दिन में निजी अस्पताल डॉक्टर, पैरामेडिकल एवं कर्मचारियों की सूची नहीं उपलब्ध कराएं तो उनके निजी अस्पताल एवं नर्सिंग होम के लाइसेंस का नवीनीकरण 31 दिसंबर के बाद नहीं किया जाए। शासन के आदेश से सीएमओ ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की अध्यक्ष एवं नर्सिंग होम एसोसिएशन के अध्यक्ष को अवगत कराया है।
सीएमओ डॉ. अनिल मिश्रा ने बताया कि जिले में 720 निजी अस्पताल एवं नर्सिंग होम हैं। उसमें से अभी तक सिर्फ 325 ने ही अपने यहां के डॉक्टर एवं पैरामेडिकल स्टॉफ की सूची दी है। वहीं, सरकारी के स्तर से कोरोना की वैक्सीन लगाने के लिए तेजी से कार्य चल रहा है। पहले चरण में डॉक्टर एवं पैरामेडिकल स्टॉफ को वैक्सीन लगाई जाएगी। उसके बाद इनके जरिए आमनज का वैक्सीनेशन कराया जाएगा
146 अस्पतालों की सूची मिली
सीएमओ डॉ. अनिल मिश्रा ने बताया कि सरकारी क्षेत्र के 146 अस्पतालों से सूची मिल चुकी है। उसमें सर्वाधिक जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज एवं हैलट अस्पताल के डॉक्टर, पैरामेडिकल एवं कर्मचारी हैं। सभी के डाटा को कंप्लाइल करा रहे हैं।