चित्रकूट में जैविक खेती के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली पांच महिलाओं को मिला सम्मान
प्रशासन ने नवरात्र में देवी शक्तियों का किया नमन गोमती समेत पांच महिलाओं का किया गया सम्मान जनपद नोडल अधिकारी वंदना त्रिपाठी ने कहा कि महिला सशक्तिकरण की योजना का माइक्रो प्लान तैयार किया जाए जैविक उत्पादन कर अच्छी कमाई कर रही हैं।
चित्रकूट, जेएनएन। पाठा की बंजर भूमि में काला बासमती धान लहलहाने वाली गोमती समेत पांच देवी शक्तियों का नवरात्र में जिला प्रशासन ने सम्मान किया। महिला सशक्तीकरण की पर्याय बनी इन महिलाओं ने लोगों को भी स्वावलंबी बनने के लिए प्रेरित किया।
मिशन शक्ति अभियान के तहत मानिकपुर ब्लाक के चुरेह केशरूवा में खेल मैदान में आयोजित कार्यक्रम में सांसद आरके सिंह पटेल, अभियान की नोडल वंदना त्रिपाठी व एडीएम जीपी सिंह ने देवी शक्तियों को सम्मानित किया। बता दें कि इसी ब्लाक के पैकौरामाफी की रहने वाली गोमती देवी ने एक एकड़ में जीरो बजट खेती के काले बासमती धान की खेती की है। इसके लिए रविवार को उनका सम्मान करते हुए सासंद पटेल ने कहा कि नारी सशक्तीकरण के लिए गोमती जैसी महिलाएं प्रेरणा स्रोत हैं। जनपद नोडल अधिकारी वंदना त्रिपाठी ने कहा कि महिला सशक्तिकरण की योजना का माइक्रो प्लान तैयार किया जाए। अधिक से अधिक महिला उत्थान के लिए प्रचार-प्रसार कराए। एंटी रोमियो का भी सहयोग लिया जाए। एसडीएम मानिकपुर संगम लाल, डीडीओ आरके त्रिपाठी, डीडी कृषि टीपी शाही, डीपीआरओ संजय पांडेय, डीसी एनआरएलएम राम उदरेज यादव, सांसद प्रतिनिधि शक्ति प्रताप सिंह, प्रधान खोही सुमन त्रिपाठी, अरुण कुमार त्रिपाठी रहे।
यह कार्य करके लाेगों ने पाया सम्मान
- गोमती देवी : पाठा की बंजर भूमि में समूह से तीन साल पहले ऋण लेकर खेत में काले बासमती धान की खेती शुरू किया। काला बासमती की जैविक खेती से प्रतिवर्ष दो से तीन लाख कमाती हैं।
- मधू : जैविक कीटनाशक का उत्पादन चार साल से कर रही है।अपने खेत में प्रयोग के साथ दूसरे किसानों को बेंच रही है। जीरो बजट खेती से रासायनिक खाद में होने वाला खर्च बचा रही हैं।
- गायत्री : जैविक खेती के लिए इनको भी सम्मानित किया गया है। 18 बीघे में धान, ज्वार बाजरा, तिल, अरहर का जैविक उत्पादन कर अच्छी कमाई कर रही हैं।
- गुड़िया : जैविक खेती के लिए उनकी भी पहचान है। जीरो बजट के लिए क्षेत्र की प्रेरणा स्रोत है खुद जैविक खेती करते हुए लोगों को भी प्रोत्साहित कर रही हैं। राजकुमार : पशुपालन का काम सात साल से कर रही हैं। तीन गाय और एक भैंस है। प्रतिदिन करीब तीस लीटर उत्पादन कर रही है और घी और खोवा भी बनाती है। उसके प्रतिमाह अच्छी कमाई हो जाती है।