चित्रकूट में युवक की हत्या पर भड़के ग्रामीणों ने थाना घेरा, पुलिस ने खुद को ताले में किया बंद
मंदिर में युवक की पीटकर हत्या के बाद ग्रामीणों ने मऊ थानाध्यक्ष पर मिलीभगत का आरोप लगाकर हाईवे जाम किया।
चित्रकूट, जेएनएन। मऊ थाना के तिलौली में मंदिर में पूजा करते समय युवक की लोहे की रॉड व लाठी-डंडा से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। रविवार रात गुस्साए ग्रामीणों ने थाने का घेराव किया तो पुलिस कर्मियों ने गेट में ताला बंद करके खुद को बचाया। ग्रामीणों ने थाना प्रभारी पर हत्यारों से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए हाईवे जाम कर दिया, बाद में उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद ग्राम प्रधान समेत सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। एएसपी और सीओ ने स्वजनों और ग्रामीणों को समझाकर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
मऊ थाना के शिवपुर निवासी भूपत गौतम का गांव से डेढ़ किलोमीटर दूर डेरा है। रविवार की शाम रोज की तरह उनका छोटा बेटा 37 वर्षीय सुशील कुमार गौतम डेरा में बने हनुमान मंदिर में पूजा करने गया था। आरोप है कि रात में करीब नौ बजे ग्राम प्रधान राधेश्याम मिश्र ने आठ दस स्वजन के साथ लाठी डंडा, लाहे की रॉड व असलहों लेकर उसे घेर लिया। पूजा करके वह उठा तो सभी ने पीटना शुरू कर दिया। शोर सुनकर आसपास के लोग दौड़े तो हमलावर भाग गए। इसके बाद स्वजन उसे सीएचसी ले गए, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
बड़े भाई संजय गौतम ने आरोप लगाते हुए बताया कि घटना के बाद सुशील काफी देर जीवित था लेकिन बार-बार फोन करने के बाद भी पुलिस नहीं पहुंची। अस्पताल में भी घायल के बयान नहीं लिए गए। इससे गुस्साए स्वजन व ग्रामीणों शव लेकर थाने पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। लोगों का गुस्सा देखकर पुलिस कर्मियों ने थाने का मेन गेट बंद करके खुद को बचाया। इसपर हंगामा करते हुए भीड़ ने थाना प्रभारी पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए शव हाईवे पर रखकर जाम लगा दिया। सूचना पर एएसपी प्रकाश स्वरूप पांडेय, सीओ विजयेंद्र द्विवेदी कई थाने की फोर्स लेकर पहुंचे और आरोपितों पर कार्रवाई का भरोसा देकर जाम खुलवाया। मऊ थाना प्रभारी सुभाषचंद्र चौरसिया ने बताया कि मृतक के भाई संजय गौतम की तहरीर पर ग्राम प्रधान तिलौली राधेश्याम मिश्र, उनके भाई पूर्व बीडीसी बालकृष्ण मिश्र, अधिवक्ता विद्यासागर मिश्र, लक्ष्मी नरायण मिश्र, ऋषिमुनि, गोलू व अश्वनी की खिलाफ हत्या, बलवा का मुकदमा दर्ज किया गया है।
पांच मिनट पहले गांव से निकले थे थाना प्रभारी
भाई संजय का आरोप है कि मुख्य आरोपित प्रधान के थाना प्रभारी से संबंध है, रोज वह थाने में बैठते थे। घटना के तुरंत बाद थानाध्यक्ष को फोन किया लेकिन वह नहीं पहु्ंचे। पांच मिनट पहले क्षेत्र का भ्रमण कर गांव के पास से निकले थे।
दो साल पहले चुनावी रंजिश में हुई थी मारपीट
ग्राम प्रधान राधेश्याम मिश्र व मृतक के भाई संजय गौतम के बीच पंचायत चुनाव के विवाद चल रहा है। दोनों प्रधानी चुनाव में आमने-सामने थे। दो साल पहले गौतम परिवार ने प्रधान के अधिवक्ता विद्यासागर को जमकर पीटा था, जिसमें मृतक सुशील भी आरोपित था।