खुले मैदान में चार माह बाद घोषित हुई नगर निगम कार्यकारिणी, 12 मिनट में ही खत्म हो गया सदन
एक फरवरी को कार्यकारिणी के चुनाव के बाद परिणाम घोषित नहीं हुआ था महापौर ने की घोषणा।
कानपुर, जेएनएन। नगर निगम की कार्यकारिणी के चुनाव का परिणाम आखिरकार चार माह बाद खुले मैदान में हुए सदन में महापौर प्रमिला पांडेय ने घोषित कर दिया। यह सदन सिर्फ सदस्यों की घोषणा के लिए होना था, इसलिए मात्र 12 मिनट में यह खत्म भी हो गया। इसमें भाजपा के दो, कांग्रेस व सपा के एक-एक, एक निर्दलीय व एक भाजपा बागी प्रत्याशी विजयी हुए हैं। पार्षद खुले मैदान में धूप और गर्मी की आशंका जता रहे थे, लेकिन बदली और ठंडी हवा ने मौसम को खुशगवार बना दिया।
कार्यकारिणी न होने से रुके हुए थे काम
एक फरवरी को नगर निगम में कार्यकारिणी का चुनाव हुआ था। इस चुनाव के बाद खुद भाजपा की तरफ से प्रत्याशी रहे पार्षद रमेश चंद्र ने आपत्ति दाखिल कर दी कि जब लोकसभा का सदन चल रहा है तो नगर निगम में कार्यकारिणी का चुनाव नहीं होना चाहिए था। इसके बाद सदन स्थगित कर कार्यकारिणी चुनाव के परिणामों की घोषणा रोक दी गई थी। कार्यकारिणी न होने की वजह से नगर निगम के नीतिगत कार्य रुक रहे थे। इसे देखते हुए महापौर प्रमिला पांडेय ने शनिवार सुबह सदन बुलाया। कोरोना में शारीरिक दूूरी के मानकों को देखते हुए उन्होंने सदन कक्ष की जगह नगर निगम के सामने खुले मैदान में करने का निर्देश दिया था ताकि सभी की कुॢसयां दूर-दूर डाली जा सकें।
एक कार्यकारिणी सदस्य सदन में नहीं पहुंचे
सुबह आठ बजकर 10 मिनट पर महापौर सदन में पहुंची। उनके साथ नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी व उप नगर आयुक्त भानु प्रताप थे। सदन शुरू करने की औपचारिकता के बाद महापौर ने कार्यकारिणी के चुनाव परिणाम की घोषणा की। इसमें गिरीश चंद्रा, दीपक शर्मा, अमनदीप, अॢपत यादव, राशिद महमूद, राघवेंद्र मिश्रा सदस्य घोषित किए गए। इस मौके पर गिरीश चंद्रा को छोड़कर बाकी पांचों पार्षद मौजूद थे। गिरीश चंद्रा स्वास्थ्य संबंधी कारणों से सदन में नहीं आए थे। पार्षद महेंद्र शुक्ला, नवीन पंडित, कमल शुक्ला बेबी, महेंद्र पांडेय, नीरज बाजपेई, मनजीत सिंह, रमेश चंद्र, सौरभ देव आदि मौजूद रहे।
कोरोना से मरने वालों के लिए दो मिनट का मौन
सदन के दौरान ही महापौर समेत सभी पार्षद, अधिकारियों ने ने कोरोना से अब तक पूरे विश्व में जो भी लोग मरे उनके लिए दो मिनट मौन रखा।