शहरकाजियों ने कहा, तब्लीगी जमात के संपर्क में आने के बाद जांच न कराने वाले समाज के गुनाहगार
कानपुर में शहरकाजियों ने अपील की है कि जमातियों के संपर्क में आने वाले खुद आगे आकर जांच कराएं।
कानपुर, जेएनएन। शहर में तब्लीगी जमात के सदस्यों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने के बाद प्रशासन ने उनके संपर्क में आने वालों की तलाश शुरू की है। पुलिस द्वारा जमातियों के संपर्क में आने वाले संदिग्धों को पकड़ने पर लोग विरोध कर रहे हैं और धक्कामुक्की करके जांच कराने से इनकार कर रहे हैं। इसे देखते हुए शहरकाजियों ने कहा है कि तब्लीगी जमात के संपर्क में आने के बाद भी चिकित्सकीय परीक्षण नहीं करा रहे लोग समाज के गुनहगार हैं। यह लोग अपने साथ ही दूसरों की जिंदगी भी खतरे में डाल देंगे। ऐसे लोग खुद ही हैलट या उर्सला अस्पताल जाकर कोरोना की जांच कराएं और वहां से आने के बाद खुद को घरों में आइसोलेट करें। वक्त की नजाकत को समङों और महामारी से लड़ने में सरकार की मदद करें।
शहरकाजी मौलाना मतीन उल हक उसामा कासमी ने लोगों से अपील की है कि जो लोग ऐसे क्षेत्रों व जगहों से आए हैं जहां कोरोना वायरस का दुष्प्रभाव है तो खुद ही जांच कराने के लिए आगे आएं। अगर तब्लीगी जमात के संपर्क में रहे हैं और संक्रमित होने पर भी खुद को छिपा रहे हैं तो वे गुनहगार हैं। जिन मस्जिदों में जमाती ठहरे थे, वहां के जिम्मेदार भी अपना फर्ज निभाएं।
शहरकाजी मौलाना अब्दुल कुद्दूस हादी ने कहा कि जो लोग तब्लीगी जमात से मिले हैं,उनसे हाथ मिलाया है, उनके साथ खाना खाया है या उनके संपर्क में रहे हैं, वह अपनी जांच कराएं। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो खुद के साथ ही दूसरों को भी खतरे में डाल रहे हैं। उन्होने कहा कि अस्पताल पहुंच कर जांच कराने में कोई हर्ज नहीं है। उधर, बाबूपुरवा में मस्जिद से एलान भी किया गया कि तब्लीगी जमात के संपर्क में आने वाले अपनी जांच जरूर कराएं और खुद को घर पर आइसोलेट करें।