Coronavirus से जंग में एलिम्को भी आया आगे, संक्रमित मरीजों के लिए बनाएगा एडजेस्टेबल बेड
कोरोना वायरस के केस बढ़ने को लेकर की तैयारी शुरू कर दी है मंत्रालय की अनुमति का इंतजार है।
कानपुर, जेएनएन। भारतीय कृत्रिम अंग विनिर्माण निगम (एलिम्को) ने कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर तैयारी की है। एकदम से केस बढ़ने पर एडजस्टेबल बेड बनाएगा।यह कार्य मंत्रालय की अनुमति के बाद ही शुरू किया जाएगा।संस्थान के पास काफी मात्रा में बेड तैयार करने का सामान है।इसे व्हील चेयर और ट्राई साईकिल के उपकरणों को मॉडिफाइड (परिवर्तित) करके बनाया जाएगा। एलिम्को के विशेषज्ञों ने बेड की डिज़ाइन भी तैयार कर ली है।इसमें कोरोना संक्रमित और संदिग्ध रोगियों को चढ़ाने और उतारने की सुविधा भी रहेगी।
देश में कृत्रिम अंग बनाने का एकमात्र संस्थान
एलिम्को दिव्यांगों के लिए कृत्रिम अंग बनाने वाला एकमात्र संस्थान है, जहां से देशभर को ट्राई साईकिल, व्हील चेयर, इलेक्ट्रॉनिक छड़ी, मोबाइल, कान की मशीन, मोटर चलित ट्राई साइकिल आदि दी जाती है। इसके नाम पर कई रिकॉर्ड हैं। इसी वर्ष 29 फरवरी को प्रयागराज में करीब 30 हजार दिव्यांगों को उपकरण वितरित करके रिकॉर्ड स्थापित हुआ। उपकरणों के उच्चीकरण के लिए जर्मनी की नामी कंपनी ऑटोबॉक के साथ करार हो चुका है।जल्द ही यूके की कंपनी संग एमओयू पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।ऑटोबॉक से दिव्यांगों के लिए बेहद हल्के और शरीर के अनुरूप कृत्रिम पैर बनने लगे हैं।
एक दिन में बनेंगे 50 बेड
एलिम्को ने एक दिन में 50 बेड बनाने की प्लानिंग की है।इसे मांग के मुताबिक और बढ़ाया जा सकेगा। मरीजों के इलाज में डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ और रोगियों के घरवाले न संक्रमित हों, उसके लिए कुछ अन्य उपकरण विकसित किए जाएंगे।इसमें आइआइटी कानपुर, हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी।
-मुसीबत की घड़ी में एलिम्को देश के साथ है।रोग को दूर हटाने और रोगियों की सहायता के लिए हर संभव मदद की जाएगी। -डीआर सिंह, सीएमडी, एलिम्को