घर से बाहर जाएं तो मास्क जरूर लगाएं
- वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. एसके भट्टर ने कोविड-19 से बचाव के लिए दिए सुझाव -प्रमाणिकता जाने बिना सोशल मीडिया की सूचनाओं पर न करें विश्वास
जागरण संवाददाता, कानपुर : कोरोना महामारी को लेकर सोशल मीडिया पर तमाम सूचनाएं वायरल हो रही हैं लेकिन, इनकी प्रमाणिकता जाने बगैर विश्वास न करें। लॉकडाउन की छूट में शारीरिक दूरी के नियम का पालन जरूरी है।
शहर के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. एसके भट्टर के मुताबिक कोरोना संक्रमण के 80 फीसद लक्षण जुकाम, खासी, गले में दर्द और हल्का बुखार के होते हैं, जो सात से 10 दिन में ठीक हो जाते हैं। वहीं, शेष 20 फीसद लोगों में कोविड-19 वायरस के संक्रमण का असर दिखता है। उसमें खासकर 60 साल से ऊपर के वृद्ध, छोटे बच्चे, डायबिटीज, किडनी, ब्लड प्रेशर, सास रोगी तथा लकवा (फालिज), के मरीज हैं। ऐसे लोगों को विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है।
एक मीटर की दूरी बनाकर रहें
डॉ. भट्टर ने जनता से अपील है कि लॉकडाउन की छूट के दौरान एक-दूसरे से एक मीटर की दूरी बना कर रहें। भीड़ में बाहर जाएं तो मास्क जरूर लगाएं। मास्क नहीं होने पर दुपट्टा, नकाब, गमछे तथा रुमाल का प्रयोग कर सकते हैं। ध्यान रखें, इसे नियमित रूप से जरूर धोएं और तेज धूप में ही सुखाएं। इन्फ्लूएंजा की वैक्सीन लगवाएं
घर के बुजुर्गो, किडनी रोग और डायबिटीज से पीड़ित लोगों को अगर संभव हो तो इन्फ्लुएंजा की वैक्सीन लगवाएं। नीमोकोकस की डोज भी दें, ताकि वह सुरक्षित रहें। इसका करें पालन
-बाजार से सब्जी और फल खरीद कर लाने के बाद गर्म पानी में नमक डालकर धोकर इस्तेमाल करें।
-घर से जाने और वापस आने पर साबुन से 25 सेकंड तक हाथों को अच्छी तरह धोएं।
-हाथों के साथ नाखूनों और अंगुलियों के बीच के स्थानों को भी अच्छी तरह से रगड़ें।
-अस्पताल, नर्सिगहोम, क्लीनिक या ऑफिस में जाएं तो वहा एक मीटर की दूरी बनाकर ही बैठें।
-सामान्य खासी, जुकाम व बुखार होने पर अपने को घर के अन्य सदस्यों से अलग कर लें।
-घर पर नियमित रूप से व्यायाम तथा योग करते रहें।