क्षेत्रीय महामंत्री ने पंचनिष्ठा का अर्थ पूछा तो उड़ गए भाजपाइयों के तोते Kanpur News
भवानी सिंह की क्लास में 75 फीसद पदाधिकारी हुए फेल 25 फीसद भी नहीं लेकर आए थे डायरी।
कानपुर, जेएनएन। 'अच्छा जरा आप लोग पार्टी की पंचनिष्ठा बताइये?' भाजपा उत्तर व दक्षिण जिले की संयुक्त बैठक में क्षेत्रीय महामंत्री संगठन भवानी सिंह ने यह सवाल पूछा तो अच्छे-अच्छे नेताओं के चेहरे बेरंग हो गए। करीब 40 पदाधिकारियों में बमुश्किल पांच हाथ ही ऊपर उठे। जैसे-तैसे दक्षिण के उपाध्यक्ष गणेश शुक्ला ने पंचनिष्ठा की परिभाषा बताई। भवानी सिंह की क्लास कुछ ऐसी ही रही, जिसमें ज्यादातर फेल हो गए।
सवालों से असहज हुए भाजपा पदाधिकारी
संगठन महामंत्री की शनिवार को यह बैठक लाजपत नगर के एक रेस्टोरेंट में हुई। इसमें उन्होंने कई सवाल ऐसे पूछे, जिससे पदाधिकारी असहज हुए। डायरी के बारे में पूछा तो करीब एक चौथाई के हाथ में ही डायरी नजर आई। संगठन पर चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि यदि कोई कप्तान किसी अच्छे खिलाड़ी को अपनी टीम में नहीं रखता है तो वह क्या कारण है? जवाब कई तरह के आए।
संगठन के लिए काम करें पदाधिकारी
अंत में उन्होंने कहा कि टीम में न रखने का कारण ये होता है कि वह खिलाड़ी अपने लिए खेलता है, देश के लिए नहीं। इसी तरह जो पदाधिकारी बनाए गए हैं उन्हें संगठन के लिए काम करने की जरूरत है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि उप्र के आगामी चुनाव में 50 फीसद से अधिक वोट की जरूरत होगी। कार्यकर्ता इसी अनुरूप तैयारी करें। अध्यक्षता उत्तर जिलाध्यक्ष सुनील बजाज व संचालन सत्येंद्रनाथ पांडेय ने किया। बैठक में दक्षिण जिला अध्यक्ष बीना आर्या, शिवराम सिंह, वीरेश त्रिपाठी, प्रमोद त्रिपाठी, अवधेश सोनकर, प्रबोध मिश्रा, जन्मेजय सिंह आदि थे।
ये है भाजपा की पंचनिष्ठा
1- राष्ट्रवाद और राष्ट्रीय एकात्मकता
2- लोकतंत्र
3- सामाजिक आर्थिक विषय पर गांधीवादी दृष्टिकोण, जिससे शोषण मुक्त एवं समता युक्त समाज की स्थापना हो सके
4 - सकारात्मक पंथनिरपेक्षता अर्थात सर्वधर्म समभाव
5 - मूल्यों पर आधारित राजनीति