जीएसटी में पकड़ में आए फर्जी पंजीयन, कारोबारियों ने फोटो की जगह लगाई कैंसिल चेक
दिल्ली से कानपुर भेजा गया एक ट्रक पान मसाला पकड़े जाने पर जांच में फर्जीवाड़ा सामने आया है।
कानपुर, [राजीव सक्सेना]। जीएसटी में फर्जी तरीके से हो रहे पंजीयन राज्य कर विभाग की पकड़ में आए हैं। नई दिल्ली और असोम को कारोबार स्थल बता कुछ कारोबारियों ने फोटो की जगह कैंसिल चेक व जीएसटीआर 1 रिटर्न की पावती अपलोड कर पंजीयन करा लिया।
इस तरह पकड़ में आया फर्जीवाड़ा
अधिकारियों ने पिछले दिनों दिल्ली से कानपुर भेजा गया एक ट्रक पान मसाला पकड़ा। माल भेजने वाले ने दिल्ली के पते पर पंजीयन कराया था। इसी पते पर दिल्ली का एक चर्चित पान मसाला भी पंजीकृत है। कागजात और खंगाले गए तो पाया गया कि जिस व्यक्ति का पैन पंजीयन के लिए इस्तेमाल किया गया, उसी पैन पर असोम में भी पंजीयन कराया गया। दोनों ही पंजीयन में कारोबारी ने अपनी फोटो नहीं लगाई। दिल्ली के पंजीयन में डीडी ट्रांसपोर्ट की कैंसिल चेक लगी है। यह चेक रायगढ़ स्थित सिंडीकेट बैंक की थी।
उसने रेंट एग्रीमेंट के स्थान पर 2016 में अंकित कुमार मिश्रा और रवि शर्मा के नाम पर बनी पार्टनरशिप डीड की फोटो अपलोड कर दी थी। इसी तरह असोम के पंजीयन में फोटो के स्थान पर श्रीराम इंटरप्राइजेज के जीएसटीआर 1 रिटर्न की पावती की कॉपी अपलोड की गई थी। अधिकारियों ने दिल्ली में सीजीएसटी के प्रमुख सचिव और असोम के राज्य माल एवं सेवाकर आयुक्त को पत्र भेज कर कार्रवाई करने की बात कही है।
एक पैन पर कंपनी का नाम अलग
एक ही पैन पर दिल्ली में अंशुराज की एआर इंटरप्राइजेज तो असोम में एजे एजेंसी के नाम से पंजीयन है। कमलेश्वर प्रसाद वर्मा, राज्य कर विभाग के एडिशनल कमिश्नर ग्र्रेड दो कमलेश्वर प्रसाद वर्मा कहते हैं कि इन मामलों में पैन तो ठीक है लेकिन उसके बाद सब गड़बड़ है। पंजीयन के लिए पैन का ठीक होना जरूरी है, उसके बाद आगे की राह खुल जाती है। दिल्ली व असोम के अधिकारियों को पत्र लिखे गए हैं।