प्रधानमंत्री को दिखाई जाएगी अविरल व निर्मल गंगा
-गंगा का जलस्तर बढ़ने से तमाम कमियां भी छिप जाएंगी स्टीमर फंसने पर सतर्कता - केंद्रीय जलशक्ति मंत्री व नगर विकास मंत्री ने निरीक्षण कर देखा पतितपावनी का हाल
जागरण संवाददाता, कानपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 14 दिसंबर को प्रस्तावित आगमन के दौरान उन्हें अविरल व निर्मल गंगा दिखाने की तैयारी की जा रही है। मंगलवार को शहर आए केंद्रीय जलशक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह और नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने 13 दिसंबर तक गंगा का जलस्तर बढ़ाने के निर्देश अफसरों को दिए हैं। व्यवस्थाएं दुरुस्त हुई या नहीं, यह देखने के लिए उन्होंने तीन-चार दिन में दोबारा आने की बात भी कही। इसके पहले प्रस्तावित कार्यक्रम स्थल चंद्रशेखर आजाद (सीएसए) कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय और गंगा बैराज का निरीक्षण भी किया।
मंत्रियों ने सबसे पहले सीएसए में बनाए जा रहे ग्रीन और सेफ हाउस को देखा, फिर कैलाश भवन का निरीक्षण किया। अफसरों को प्रकाश व सफाई व्यवस्था दुरुस्त कराने के आदेश दिए। यहां से उनका काफिला गंगा बैराज स्थित सिंचाई विभाग कार्यालय पहुंचा। गंगा में जलकुंभी देख खफा हुए जलशक्ति मंत्री ने कहा कि रोजाना नाव लगाकर जलकुंभी हटाई जाए। अफसरों ने बताया कि टिहरी बांध से 15 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा गया है। रामगंगा नहर को भी मोड़ा जा रहा है। 13 दिसंबर तक गंगा का जलस्तर हर हाल में बढ़ जाएगा। नगर आयुक्त से प्रधानमंत्री के लिए प्रयागराज से आए स्टीमर के बारे में जानकारी भी ली। कहा कि स्टीमर चलने लायक जलस्तर रखा जाए। दैनिक जागरण ने मंगलवार के अंक में परीक्षण के दौरान फंसे स्टीमर की खबर प्रकाशित की थी।
बैराज में हो सतरंगी रोशनी, दोनों किनारों को सजाया जाए
जल शक्ति मंत्री और नगर विकास मंत्री ने उच्च शिक्षा राज्यमंत्री नीलिमा कटियार, महापौर प्रमिला पांडेय और अफसरों के साथ बैठक की। कहा कि बैराज में सतरंगी रोशनी की जाए। दोनों किनारों का रंगरोगन करने के साथ ही पेटिंग की जाए। अटल घाट से कंपनी बाग चौराहे तक गोमुख से गंगासागर तक दिखाई जा रही स्थिति वाले चित्रों में मंत्री ने भी पेंटिंग की। बैठक में विधायक सुरेंद्र मैथानी, नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव मनोज सिंह, मंडलायुक्त सुधीर एम बोबडे, डीएम विजय विश्वास पंत, नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी आदि मौजूद थे। बैठक के बाद अटल घाट का निरीक्षण किया। इस दौरान वहां जमा बालू हटाई जा रही थी।
पांच मुख्यमंत्री और 10 केंद्रीय मंत्री भी होंगे साथ
मंत्रीद्वय ने बताया कि प्रधानमंत्री के साथ उत्तर प्रदेश, बिहार, प.बंगाल, उत्तराखंड व झारखंड के मुख्यमंत्री और 10 केंद्रीय मंत्री भी आ रहे हैं। प्रधानमंत्री नमामि गंगे के सभी प्रोजेक्ट व स्वच्छ भारत अभियान की समीक्षा के साथ कार्ययोजना तय करेंगे।