अब धावकों के जूतों में लगाई जाएगी चिप, पकड़ में आएगा फर्जीवाड़ा Kanpur News
चिप टाइमिंग सिस्टम से एथलेटिक्स प्रतियोगिताओं में पारदर्शिता लाने को रूपरेखा तैयार की गई है।
कानपुर, [अंकुश शुक्ल]। एथलेटिक्स प्रतियोगिताओं में पारदर्शिता लाने के लिए जल्द ही धावकों के जूतों में चिप टाइमिंग सिस्टम (सीटीएस) लगाया जाएगा। इससे मैराथन प्रतियोगिताओं में होने वाली गड़बड़ी रुकेगी। यह चिप हर धावक के जूते में फिट होगी, जो फिनिश लाइन पर सही टाइमिंग दिखाकर पात्र को ही विजेता बनाएगी। इसकी संपूर्ण रूपरेखा यूपी एथलेटिक्स संघ ने तैयार कर ली है। जल्द ही शहर में होने वाली एथलेटिक्स प्रतियोगिता व मैराथन में यह व्यवस्था लागू की जाएंगी।
बेईमानी पर लगेगा लगाम
दौड़ प्रतियोगिताओं में हो रही गड़बड़ी को सीटीएस प्रक्रिया से लगाम लगेगी। इससे किसी भी खिलाड़ी के साथ अन्याय या भेदभाव नहीं होगा। मैराथन व प्रतियोगिताओं में सैकड़ों की संख्या में धावक भाग लेते हैं। जब बड़ी संख्या में खिलाड़ी दौड़ते हैं, तो कुछ धावक अन्य वाहन व किसी साधन से फिनिशिंग लाइन पर पहुंच जाते है। इस बेईमानी पर अब रोक लगेगी।
ऐसे काम करेगा सीटीएस
प्रतियोगिताओं के दौरान एथलीटों के जूतों में इस चिप को फिट किया जाएगा। जो फिनिशिंग लाइन पर पहुंचने पर हर धावक की टाइमिंग दिखाकर जीत-हार का पता लगाने में सहायक बनेगी। जब एथलीट लोकेटर से होकर गुजरेगा तो सारी प्रक्रिया सिस्टम में दिख जाएगी। इसका पहला चरण स्टैंड एलोन जिसमें मशीन एक ही जगह पर रहती है। इससे डाटा पेनड्राइव में लेते हैं। वहीं दूसरी नेटवर्क या सर्विस बेस्ड तकनीकी है, जिसमें नेटवर्क के जरिए सभी प्रक्रिया पूर्ण हो जाती है। इसको सिस्टम में देखकर सही-गलत का निर्णय आसानी से लिया जा सकता है।
--शहर में होने वाली मैराथन व एथलीट प्रतियोगिताओं में इस प्रक्रिया को अपनाया जाएगा। इससे सही खिलाड़ी के चयन में आसानी होगी। शुरुआती चरण में इसका उपयोग बड़े स्तर की प्रतियोगिताओं में होगा।-पीके श्रीवास्तव, महासचिव, यूपी एथलेटिक्स संघ