CA Result : सीए के परिणाम में छाए शहर के छात्र-छात्राएं Kanpur News
पिछले सत्रों की अपेक्षा इस सत्र में परिणाम काफी बेहतर रहा है।
By Edited By: Published: Sat, 24 Aug 2019 01:39 AM (IST)Updated: Sat, 24 Aug 2019 10:28 AM (IST)
कानपुर, जेएनएन। चार्टर्ड एकाउंटेंट की फाउंडेशन, इंटरमीडिएट व फाइनल परीक्षा के परिणाम में शहर के छात्र-छात्राएं छा गए। कानपुर चैप्टर ऑफ कॉस्ट एकाउंटेंट्स के सचिव आरके त्रिवेदी ने बताया कि कानपुर चैप्टर का परीक्षा परिणाम बेहतर रहा। फाउंडेशन में 40 फीसद, इंटरमीडिएट में 17.81 फीसद व फाइनल में 31.82 फीसद छात्र-छात्राएं सफल रहे। वहीं देर शाम जैसे ही परिणाम जारी हुआ तो छात्र-छात्राओं ने उसे देखकर अपने परिजनों को जानकारी दी। सीए से जुड़े विशेषज्ञों ने बताया कि पिछले सत्रों की अपेक्षा इस सत्र में परिणाम काफी बेहतर रहा है।
सफलता हासिल करने के लिए नियमित रूप से करें पढ़ाई
सीए इंटर के परिणाम में 800 में से 507 अंक हासिल करने वाले काकादेव निवासी शिवम गुप्ता ने कहा कि उन्होंने इसकी तैयारी पिछले साल अगस्त में शुरू की थी। 12वीं में 92 फीसद अंक हासिल करने वाले शिवम ने बताया कि इस परीक्षा के लिए नियमित रूप से पढ़ना जरूरी होता है। शिवम भविष्य में सीए बनना चाहते हैं। शिवम के पिता रोहित गुप्ता व्यावसायी हैं, जबकि माता रीतू गुप्ता गृहणी हैं। शिवम के भाई शुभम गुप्ता पिता के साथ व्यवसाय ही देखते हैं।
सीएफओ बनना चाहती हैं स्नेहा
अपने पहले ही प्रयास में सीए इंटर के परिणाम में दोनों ग्रुप क्वॉलीफाई करने वाली स्नेहा चीफ फाइनेंस ऑफिसर (सीएफओ) बनना चाहती हैं। उन्नाव और लालबंगला में रहकर तैयारी कर रहीं स्नेहा को 800 में से 429 अंक मिले। स्नेहा कहती हैं कि अगर सीए की परीक्षा पास करनी है तो आपको समय प्रबंधन पर बहुत ध्यान देना होगा। इसके साथ-साथ खुद ही सारे नोट्स तैयार करने होंगे।
पिता का सपना पूरा करने में जुटे देवांशु
आइआइटी के लिए परीक्षा देने के बाद अच्छा कॉलेज न मिलने पर भगौली, हरदोई निवासी देवांशु कुछ समय के लिए निराश जरूर हुए पर जब पिता ने कहा कि सीए बनकर दिखा दो। तब से देंवांशु ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। शुक्रवार को जारी सीए इंटर के परिणाम में दोनों ग्रुप एक साथ क्वॉलिफाई कर उन्होंने 800 में से 429 अंक हासिल किए। देवांशु कहते हैं अब बस एक तमन्ना है मुझे तो सीए बनना है। देवांशु के पिता संतोष गुप्ता व माता मंजू गुप्ता एक साथ कपड़े का व्यावसाय देखते हैं।
नए पाठ्यक्रम के आंकड़ों पर एक नजर
कुल परीक्षार्थी शामिल हुए: 561
दोनों ग्रुप क्वॉलिफाई करने वालों की संख्या: 09 ( 10 फीसद)
फर्स्ट ग्रुप क्वॉलिफाई करने वालों की संख्या: 42 (13 फीसद)
सेकेंड ग्रुप क्वॉलिफाई करने वालों की संख्या: 93 (28 फीसद)
पुराने पाठ्यक्रम के आंकड़ों पर एक नजर
कुल परीक्षार्थी शामिल हुए: 687
दोनों ग्रुप क्वॉलिफाई करने वालों की संख्या: 03 (चार फीसद)
फर्स्ट ग्रुप क्वॉलिफाई करने वालों की संख्या: 73 (25 फीसद)
सेकेंड ग्रुप क्वॉलिफाई करने वालों की संख्या: 117 (25 फीसद)
सफलता हासिल करने के लिए नियमित रूप से करें पढ़ाई
सीए इंटर के परिणाम में 800 में से 507 अंक हासिल करने वाले काकादेव निवासी शिवम गुप्ता ने कहा कि उन्होंने इसकी तैयारी पिछले साल अगस्त में शुरू की थी। 12वीं में 92 फीसद अंक हासिल करने वाले शिवम ने बताया कि इस परीक्षा के लिए नियमित रूप से पढ़ना जरूरी होता है। शिवम भविष्य में सीए बनना चाहते हैं। शिवम के पिता रोहित गुप्ता व्यावसायी हैं, जबकि माता रीतू गुप्ता गृहणी हैं। शिवम के भाई शुभम गुप्ता पिता के साथ व्यवसाय ही देखते हैं।
सीएफओ बनना चाहती हैं स्नेहा
अपने पहले ही प्रयास में सीए इंटर के परिणाम में दोनों ग्रुप क्वॉलीफाई करने वाली स्नेहा चीफ फाइनेंस ऑफिसर (सीएफओ) बनना चाहती हैं। उन्नाव और लालबंगला में रहकर तैयारी कर रहीं स्नेहा को 800 में से 429 अंक मिले। स्नेहा कहती हैं कि अगर सीए की परीक्षा पास करनी है तो आपको समय प्रबंधन पर बहुत ध्यान देना होगा। इसके साथ-साथ खुद ही सारे नोट्स तैयार करने होंगे।
पिता का सपना पूरा करने में जुटे देवांशु
आइआइटी के लिए परीक्षा देने के बाद अच्छा कॉलेज न मिलने पर भगौली, हरदोई निवासी देवांशु कुछ समय के लिए निराश जरूर हुए पर जब पिता ने कहा कि सीए बनकर दिखा दो। तब से देंवांशु ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। शुक्रवार को जारी सीए इंटर के परिणाम में दोनों ग्रुप एक साथ क्वॉलिफाई कर उन्होंने 800 में से 429 अंक हासिल किए। देवांशु कहते हैं अब बस एक तमन्ना है मुझे तो सीए बनना है। देवांशु के पिता संतोष गुप्ता व माता मंजू गुप्ता एक साथ कपड़े का व्यावसाय देखते हैं।
नए पाठ्यक्रम के आंकड़ों पर एक नजर
कुल परीक्षार्थी शामिल हुए: 561
दोनों ग्रुप क्वॉलिफाई करने वालों की संख्या: 09 ( 10 फीसद)
फर्स्ट ग्रुप क्वॉलिफाई करने वालों की संख्या: 42 (13 फीसद)
सेकेंड ग्रुप क्वॉलिफाई करने वालों की संख्या: 93 (28 फीसद)
पुराने पाठ्यक्रम के आंकड़ों पर एक नजर
कुल परीक्षार्थी शामिल हुए: 687
दोनों ग्रुप क्वॉलिफाई करने वालों की संख्या: 03 (चार फीसद)
फर्स्ट ग्रुप क्वॉलिफाई करने वालों की संख्या: 73 (25 फीसद)
सेकेंड ग्रुप क्वॉलिफाई करने वालों की संख्या: 117 (25 फीसद)
- इस वर्ष का परिणाम काफी अच्छा रहा। अच्छी संख्या में छात्र-छात्राओं ने सफलता हासिल की। सीए अभिषेक पांडेय, सचिव, सीआइआरसी छात्र-छात्राओं ने जितनी मेहनत की, उसके मुताबिक उन्हें अंक मिले। इस सत्र का परिणाम शानदार रहा। -सीए अतुल मेहरोत्रा, सदस्य, सीआइआरसी
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