फुफेरे भाइयों ने ही कराई थी रईस बनारसी गैंग के सक्रिय सदस्यों से 19 लाख की लूट Kanpur News
पुलिस ने एक बदमाश को गिरफ्तार करके रामनगर में आठ जुलाई को पशु कारोबारी से लूट का पर्दाफाश किया है।
कानपुर, जेएनएन। बिठूर में जीटी रोड पर रामनगर गांव के पास पशु कारोबारी मो. मेराज से 19.20 लाख रुपये की लूट फुफेरे व ममेरे भाइयों ने कराई थी। बेकनगंज में एक दुकान पर पैसे लेते देख उन्होंने प्लान बनाया था। सोमवार को मीरपुर के बदमाश अजय को शनिदेव मंदिर के पास मुठभेड़ में पकड़कर पुलिस ने घटना का पर्दाफाश किया। अजय के पास 3.23 लाख रुपये, तमंचा, कारतूस मिले। वहीं फरार दो लुटेरे फैसल व नौशाद और लूट का प्लान बनाने वाला ममेरा भाई शेरू डी-121 गैंग व रईस बनारसी गैंग के सक्रिय सदस्य रहे थे।
यह हुई थी घटना
आठ जुलाई की रात मेराज पशु आढ़तियों ललित, आकिब, इरशाद व हाजी के भाई से 19.20 लाख रुपये लेकर एक्टिवा से चौबेपुर लौट रहे थे। यह रकम व्यापारी आरिफ, उमर, श्रीकृष्णा, बबलू, पप्पू व अन्नू को देनी थी। जीटी रोड पर तीन बदमाशों ने टक्कर मार गिराया और आंख में मिर्च झोंक गन प्वाइंट पर रकम लूटी।
ममेरे भाई शेरु से हुआ झगड़ा
एसएसपी अनंत देव ने बताया कि आठ माह पूर्व मेराज का रिश्ते के फुफेरे भाई पशु व्यापारी बजरिया गुलाब घोसी मस्जिद निवासी राजू, उसके चचेरे भाई आलम व रामलीला मैदान अनवरगंज निवासी ममेरे भाई शेरू से झगड़ा हुआ था। दोनों ने मेराज को धमकी दी थी। आठ तारीख की रात जब मेराज परिचित कारोबारी हाजी जी की दुकान पर रकम गिन रहा था। तभी शेरू 500 रुपये का नोट तुड़वाने पहुंचा। रकम देख उसने लूट का प्लान बनाया। राजू व उसके चचेरे भाई आलम को जानकारी दी। उनके कहने पर कार चालक दोस्त अजय को बुलाया।
इस तरह दिया लूट को अंजाम
अजय ने ग्वालटोली के गैंगस्टर नाला रोड निवासी फैसल, बाबूपुरवा ढकनापुरवा के नौशाद उर्फ छोटू, नाला रोड निवासी आलम के मुंशी शानू को बुलाकर टीम बनाई। पहले शेरू, छोटू को मंधना लाया। फैसल व अजय मेराज का पीछा करते हुए आए और छोटू उनकी बाइक पर बैठा। फिर तीनों ने वारदात की। नौशाद, शेरू उर्फ शाहिद, फैसल, राजू, शानू, आलम की तलाश जारी है। पुलिस टीम में इंस्पेक्टर मनोज रघुवंशी, शरीफ खान, अश्विनी पांडेय, थाना प्रभारी विनोद कुमार व पुष्पराज रहे।
गैंगस्टर हैं छोटू और फैसल
फैसल व छोटू शातिर अपराधी हैं। फैसल ग्वालटोली और छोटू बाबूपुरवा का गैंगस्टर है। लूट व चोरी की कई वारदात कर चुके हैं। अजय की फैसल व छोटू से दोस्ती जुआडख़ाने में हुई थी। शेरू के कहने पर अजय ने दोनों को बुलाया।
लुटेरों ने रास्ते में पार कर दिए 4.20 लाख
अजय ने बताया कि बैग में कितनी रकम है, किसी को नहीं मालूम था। 19.20 लाख रुपये में से 4.20 लाख रुपये उन्होंने पहले ही निकाल लिए थे। बाकी रकम के सात हिस्से हुए। चलते समय शेरू ने 30 हजार रुपये और दिए थे।