विश्व हिंदू परिषद युवाओं-महिलाओं को दिलाएगा रोजगार, इस तरह की है तैयारी Kanpur News
रोजगार के माध्यम से युवाओं और महिलाओं को संगठन से जोडऩे के लिए राष्ट्रीय अभियान की तैयारी।
कानपुर, समीर दीक्षित। विश्व हिंदू परिषद यानी विहिप, नाम सुनते ही जेहन में एक ऐसे हिंदूवादी संगठन की कल्पना दिमाग में आती है, जिसका प्रमुख मुद्दा और विचारधारा राम मंदिर निर्माण और अखंड भारत है। संघ और भाजपा की कार्यशैली में आधुनिक बदलाव के दौर में विहिप बदलाव की तरफ बढ़ रही है। इस बदलाव में संगठन का नया एजेंडा होगा, मंदिर की हुंकार भी और रोजगार भी। जून के आखिरी सप्ताह में जम्मू में आयोजित विहिप की केंद्रीय प्रबंध समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
उद्यमियों को जोडऩे का भी खाका तैयार
सामाजिक समरसता और रोजगार को मुख्य विषय बनाकर हुई इस बैठक में तय अभियान को हकीकत की जमीन पर कैसे उतारा जाए, इसके लिए विहिप की प्रांतीय समितियों से सुझाव मांगे गए। इसमें कुछ स्थानों पर सेवा विभाग के चल रहे प्रशिक्षण मॉडल को विस्तार देने पर सहमति बनी समाज को केंद्र सरकार के स्वरोजगार के एजेंडे की तरफ बढ़ा सकें। इसमें उद्यमियों को जोडऩे का खाका भी तैयार हुआ, जिससे लोगों को रोजगार दिलाया जा सके। विहिप पदाधिकारी इसे राष्ट्रीय अभियान के रूप में शुरू करेंगे। प्रांतीय स्तर पर इसकी मासिक समीक्षा होगी तो वार्षिक स्तर पर आगामी केंद्रीय प्रबंध समिति की बैठक में।
दस-दस दिन के वर्ग में करेंगे प्रशिक्षित
विहिप के पदाधिकारी ऐसे युवाओं और महिलाओं की खोज करेंगे, जिन्हें प्रशिक्षण दिया जा सके। इन लोगों के लिए संगठन क्षेत्रीय स्तर पर दस-दस दिन के वर्ग लगाएगा। इसमें रुचि के अनुसार प्रशिक्षण की व्यवस्था रहेगी। विहिप के प्रांतीय सह मंत्री दीनदयाल गौड़ बताते हैं कि विहिप मंदिर निर्माण के एजेंडे पर कायम है। अब सामाजिक समरसता और सेवा भाव के संदेश के साथ युवाओं व महिलाओं को रोजगार दिलाने के लिए अखिल भारतीय अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इसका खाका तैयार हो गया है। युवा और महिलाओं की सूची बनाई जा रही है।
इनका मिलेगा प्रशिक्षण
महिलाओं के लिए कुटीर उद्योग के रूप में अचार, पापड़, मसाले, अगरबत्ती, मोमबत्ती, आर्टिफिशियल ज्वैलरी आदि।
युवाओं के लिए प्लंबरिंग, कंप्यूटर, इलेक्ट्रिक बाइडिंग, पेंटिंग आदि।