गुम हो गई वाहन सवारों की सिट्टी पिट्टी, जानिए क्या रही वजह Kanpur News
परमट मंदिर तिराहे और रैना मार्केट के पास जिलाधिकारी और एसएसपी ने समझाया और यातायात नियम न मानने वालों का चालान कराया।
कानपुर, जेएनएन। परमट मंदिर तिराहे और रैना मार्केट के पास शनिवार को अचानक वाहन सवारों की सिट्टी पिट्टी गुम हो गई। सड़क पर अधिकारियों का अमला और पुलिस वाहनों को घेरे हुए थी। बाइक-स्कूटी और कार से पत्नी के साथ घूमने निकले लोग अफसरों का रवैया देखकर सहम गए। हालांकि इन अफसरों ने पहले समझाया और फिर बात न मानने वालों का चालान कराया। उच्च अधिकारियों को देखकर मातहत भी चुस्त और दुरुस्त नजर आए।
शनिवार को जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत, एसएसपी अनंत देव, एडीएम आपूर्ति डॉ. बसंत लाल अग्रवाल, आरटीओ प्रवर्तन राकेश सिंह फोर्स के साथ रैना मार्केट के नजदीक स्थित पेट्रोल पंप पर पहुंचे। उन्हें देखकर लोग एक दूसरे से कानाफूसी करने लगे। डीएम समेत अधिकारियों ने पेट्रोल पंप पर बिना हेलमेट लगाए बाइक व स्कूटी सवारों को घेर लिया तो उनकी सिट्टी पिट्टी गुम हो गई। जिलाधिकारी ने उन्हें समझाया और हेलमेट पहनने के फायदे बताए। एसएसपी के पूछने पर वाहन सवार युवक ने घर जाने की बात कही।
इसपर उन्होंने कहा कि आपके घरवाले आपका इंतजार कर रहे हैं, ऐसा काम क्यों कर रहे हैं कि खुद की जिंदगी और परिवार वालों के लिए परेशानी का सबब बने। स्कूटी के अंदर हेलमेट रखा देखकर डीएम ने युवती को अपने पति को हेलमेट लगाने की सलाह दी। इसपर दंपती को गलती का अहसास हुआ। कई दोपहिया वाहन सवारों के चालान किए गए और पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरों को चेक किया।
पंप मालिक को दिया निर्देश
पेट्रोल पंप मालिक को निर्देशित किया कि ऐसी जगह सीवीटीवी कैमरे लगाए जाएं, जहां से वाहनों की नंबर प्लेट और चालक की तस्वीर आसानी से आए। प्रशासनिक अमला परमट मंदिर तिराहे पर स्थित पेट्रोल पंप पर पहुंचा। ग्वालटोली को जाने वाली सड़क पर बिना हेलमेट लगाए बाइक सवार भागने लगे। इसपर डीएम ने भाग रहे बाइक सवारों का पीछा न करने का निर्देश दिया, यह हादसे का कारण बन सकता है। उन्होंने वाहनों के नंबर नोट करने को कहा ताकि चालान किया जा सके। पंप संचालक को बिना हेलमेट वाहन सवारों को पेट्रोल न देने का निर्देश दिया।
सिविल डिफेंस के 300 जवान करेंगे सहयोग
डीएम ने बताया कि सिविल डिफेंस के 300 जवान यातायात नियमों का पालन कराने में सहयोग करेंगे। यह प्रमुख चौराहों, सड़कों पर बिना हेलमेट निकलने वालों के नंबर नोट करके आरटीओ को देंगे। उन नंबर के आधार पर चालान किया जाएगा। आरटीओ और ट्रैफिक पुलिस स्कूलों में बच्चों को जागरूक करेंगे। वह माता पिता को घर से निकलते समय हेलमेट का प्रयोग करने की अपील करेंगे। बच्चे अपने तरह से अभिभावकों को समझाएंगे।