ग्लूकोज पीकर चूहे बन रहे सेहतमंद और खा रहे दवाएं, इस तरह सामने आया चौंकाने वाला सच Kanpur News
अर्बन पीएचसी में डीएम को निरीक्षण में नहीं मिलीं मुख्य डॉक्टर और तीन एएनएम दवाओं के रखरखाव में लापरवाही पर फटकार लगाई।
कानपुर, जेएनएन। रावतपुर के नगरीय स्वास्थ्य केंद्र (अर्बन पीएचसी) में इंसान नहीं चूहों का इलाज हो रहा है। ग्लूकोज पीकर चूहे सेहतमंद हो रहे हैं और दवाएं खाकर खुद ही उपचार कर रहे हैं। यह सच गुरुवार को पीएचसी में निरीक्षण करने पहुंचे जिलाधिकारी के सामने आया तो वह भी अवाक रह गए। उन्होंने पीएचसी में अव्यवस्थाओं की वीडियो रिकार्डिंग कराई और सीएमओ से स्पष्टीकरण तलब किया है।
मुख्यमंत्री ने चिकित्सा व्यवस्था और स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है। इसी क्रम में जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत गुरुवार की सुबह रावतपुर स्थित अर्बन सीएचसी पहुंच गए। उन्हें अस्पताल में अव्यवस्था मिली और पीएचसी प्रभारी डॉ. अनीता नदारद थीं। जिलाधिकारी ने उपस्थिति रजिस्टर चेक किया, जिसमें तीन एएनएम भी अनुपस्थित थीं। ओपीडी के रजिस्टर में रिकार्ड नहीं था, स्टोर में दवाएं अस्त व्यस्त पड़ी थीं। ग्लूकोज की बोतल, इंजेक्शन, दवाओं के रैपर चूहों ने कुतरे दिए थे। आधा दर्जन से अधिक ग्लूकोज की बोतल खाली पड़ी थीं, जिन्हें कुतरकर चूहे पी गए थे। कई तरह की दवाएं भी चूहे खा गए थे। इसपर जब डीएम ने स्टाफ से पूछताछ की तो कर्मी बगले झांकने लगे।
जिलाधिकारी ने फ्रिज को चेक किया तो गंदगी देखकर नाराजगी जताई। स्टॉफ ने सफाई कर्मी नियमित नहीं आने की जानकारी दी। परीक्षण के लिए मरीज को लिटाने के लिए रखा बेड भी टूटा मिला और उसपर गंदी चादर बिछी थी। इस बीच एक घंटे देरी से आईं प्रभारी चिकित्सक को डीएम ने फटकार लगाई और कहा, आप डॉक्टर हैं मरीजों का दर्द भी समझें। उन्होंने सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला को फोन पर ही नाराजगी जाहिर की। सीएमओ ने बताया कि अर्बन पीएचसी की जिम्मेदारी एसीएमओ को दी गई है। इसपर डीएम ने सेंटर के नोडल अधिकारी सह एसीएमओ को प्रतिकूल प्रविष्टि देने का निर्देश दिया।