हृदय रोग संस्थान की तरह अलग बनेगा न्यूरो साइंस सेंटर Kanpur News
मेडिकल कालेज प्राचार्य ने सौंपा प्रस्ताव अब प्रमुख सचिव चिकित्सा के पास भेजेंगे मंडलायुक्त।
कानपुर, जेएनएन। लक्ष्मीपति सिंहानिया हृदय रोग संस्थान की तरह ही जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरो साइंसेज की अलग स्थापना होगी। मंडलायुक्त सुभाष चंद्र शर्मा की पहल पर प्राचार्य ने प्रस्ताव बनाकर उन्हें सौंप दिया है। मंडलायुक्त इसे प्रमुख सचिव चिकित्सा को भेजेंगे।
कानपुर का जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज और आगरा का एसएन मेडिकल कॉलेज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता में है। पिछले दिनों सीएम के निर्देश पर ही एलएलआर अस्पताल में अलग न्यूरो साइंस सेंटर की स्थापना हुई थी। तभी से इसे अलग इंस्टीट्यूट बनाने के लिए कई बार पत्राचार किया गया। 29 जून को मंडलायुक्त ने मेडिकल कॉलेज और एलएलआर अस्पताल के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर समस्याएं जानीं। साथ ही चिकित्सीय सुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए प्रस्ताव एवं सुझाव मांगे। प्राचार्य ने न्यूरो साइंस सेंटर में आसपास के 10 जिलों के मरीजों के आने की बात उठाई। साथ ही मरीज हित में कार्डियोलॉजी की तर्ज पर अलग इंस्टीट््यूट बनाने का अनुरोध किया। इस पर मंडलायुक्त ने प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए थे। प्राचार्य ने सोमवार को इसे तैयार कर मंडलायुक्त के पास भेज दिया।
कोई अतिरिक्त आर्थिक बोझ नहीं
सेंटर को इंस्टीट्यूट बनाने में शासन पर कोई अतिरिक्त बोझ नहीं आएगा। यहां के न्यूरो सर्जरी और न्यूरोलॉजी विभाग के लिए पहले से ही पद स्वीकृत हैं।
एमसीएच व डीएम कोर्स की अनुमति
शासन ने न्यूरो साइंस सेंटर में एमसीएच इन न्यूरो सर्जरी और डीएम इन न्यूरोलॉजी सुपर स्पेशियलिटी कोर्स शुरू करने की अनुमति दे दी है। इस तीन वर्षीय कोर्स के लिए तीन-तीन सीटों की अनुमति है। उस हिसाब से नौ-नौ रेजीडेंट भी मिलेंगे, जिससे मरीजों को बेहतर इलाज मिलेगा।
न्यूरो सर्जरी में मरीजों की स्थिति
वर्ष ओपीडी इनडोर
2013 8320 540
2014 11411 1047
2015 15654 3344
2016 19614 5736
2017 30119 6320
2018 46419 7400
न्यूरोलॉजी में मरीजों की स्थिति
वर्ष ओपीडी इनडोर
2013 43517 560
2014 44506 656
2015 50894 840
2016 63156 1160
2017 72774 1764
2018 62543 721
प्राचार्य का ये है कहना
न्यूरो साइंस सेंटर को अलग इंस्टीट्यूट बनाने का प्रस्ताव बनाकर मंडलायुक्त को दिया है। उसे वह प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा को भेजेंगे।
- प्रो. आरती लालचंदानी, प्राचार्य, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज।