शहर में लाखों लीटर पानी की बर्बादी रोकने के लिए की जा रही है ऐसी तैयारी Kanpur News
अमृत योजना के तहत 225 करोड़ रुपये के काम होने और लीक डिटेक्शन इक्यूपमेंट भी लाया जाएगा।
कानपुर, जेएनएन। शहर में बिछाई जा रही वाटर लाइन की टेस्टिंग के दौरान लाखों लीटर पानी बर्बाद हो जाता है लेकिन अब आगे ऐसा नहीं होगा। क्योंकि जल निगम लीक डिटेक्शन इक्यूपमेंट खरीदने जा रहा है। जो वाटर लाइन के लीकेज तत्काल खोज निकालेगा जिससे पानी की यह बर्बादी थम जाएगी।
जेएनएनयूआरएम योजना के तहत शहर में जो वाटर लाइनें बिछाई गई हैं। उनकी टेस्टिंग में जल निगम ने बेतहाशा पानी बर्बाद किया है। इसके अलावा शहर में जमीन के अंदर पानी लीक होने पर पानी बर्बाद होता रहता है और कर्मचारी लीकेज का सटीक स्थान नहीं खोज पाते। जिससे पानी बर्बाद होता है। अमृत योजना के तहत जल निगम शहर के छूटे इलाकों में पेयजल लाइन बिछाने और कनेक्शन करने का चौथे फेज का काम करने जा रहा है। 225 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट में 56.27 करोड़ रुपये की ईस्ट सर्विस डिस्ट्रिक्ट योजना में खर्च किए जाने हैं। जिससे किदवईनगर, रतनलाल नगर, साकेत नगर समेत 18 वार्डों में 40.7 किमी पाइप लाइन बिछाई जानी है और 3460 कनेक्शन होने हैं।
जल निगम 56.27 करोड़ रुपये के इसी बजट में से लीक डिटेक्शन इक्यूपमेंट खरीदने की तैयारी में है। इसके लिए निगम ने विभिन्न कंपनियों से टेंडर आमंत्रित किए हैं। हालांकि चार बार के प्रयास में किसी कंपनी ने अभी तक टेंडर नहीं डाले हैं। फिर भी जल निगम के अधिकारी उम्मीद जताते हैं कि टेंडर प्रक्रिया पूरी होते ही जल्द यह उपकरण खरीद लिया जाएगा। ताकि शहर में लाखों लीटर पानी की बर्बादी रोकी जा सके। जलनिगम के अधीक्षण अभियंता रामशरण पाल का कहना है कि लीक डिटेक्शन इक्यूपमेंट बेहद कारगर उपकरण है। इसके आने से टेस्टिंग के दौरान लीकेज तत्काल ढूंढ़ लिया जाएगा। ऐसे में पानी बर्बाद नहीं होगा। टेंडर प्रक्रिया पूरी होते ही यह उपकरण खरीदा जाएगा।
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