फ्लाइट थी मुंबई से कानपुर की, लखनऊ अमौसी एयरपोर्ट पर उतारे गए 180 यात्री
खराब मौसम के कारण उड़ान रद होने पर कानपुर एयरपोर्ट पर इंतजार करने वाले यात्रियों ने हंगामा किया।
कानपुर, जेएनएन। मुंबई से कानपुर के लिए सवार हुए यात्री जब विमान की लैंडिंग होने पर उतरे तो लखनऊ एयरपोर्ट था। रविवार शाम अचानक मौसम बदलने के कारण मुंबई से कानपुर की फ्लाइट को लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पर लैंड कराया गया। कानपुर में मुंबई फ्लाइट न आने पर इंतजार कर रहे यात्रियों ने हंगामा किया। एयरपोर्ट के अधिकारियों ने 130 यात्रियों का टिकट रिफंड किया और बाकी यात्रियों को सात दिन में कभी यात्रा करने का मौका दिया है।
रविवार की शाम मौसम अचानक खराब हो गया और तेज आंधी चलने लगी। इसके चलते मुंबई से 180 यात्रियों को लेकर आ रहे विमान को अहिरवां एयरपोर्ट के एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (एटीसी) ने उतारने से मना कर दिया। एटीसी ने पायलट को जानकारी दी गई कि कानपुर का मौसम बहुत खराब है। यहां तेज आंधी चल रही है, लिहाजा विमान मुंबई वापस ले जाएं या फिर करीब के किसी एयरपोर्ट पर उतारें। पायलट ने अमौसी एयरपोर्ट के एटीसी से की। वहां विमान उतारने की इजाजत मिल गई। इस पर शाम छह बजे विमान को वहां उतारा गया। वहां से विमानन कंपनी यात्रियों को सड़क मार्ग से कानपुर लेकर आई।
इधर, कानपुर एयरपोर्ट पर 182 यात्री मुंबई जाने के लिए इस विमान का इंतजार कर रहे थे। शाम सवा छह बजे उन्हें बताया गया कि मौसम खराब होने के कारण फ्लाइट रद कर दी गई है। इसपर यात्रियों ने हंगामा शुरू कर दिया गया। एयरलाइंस के अधिकारी ने समझाने की कोशिश की लेकिन यात्री मानने को तैयार नहीं थे। यात्रियों को होटल में ठहराने की बात की गई लेकिन कोई तैयार नहीं हुआ।
एयरलाइंस के जनसंपर्क अधिकारी आनंद दुआ ने बताया कि मौसम की खराबी से फ्लाइट रद होने पर कानपुर से मुंबई उड़ान भरने वाले 130 यात्रियों को फुल रिफंड किया जा रहा है। उनका खाता नंबर ले लिया गया है। शेष 52 यात्रियों को अगले सात दिन में किसी भी दिन उड़ान भरने की सुविधा दी गई है।
खराब मौसम में साथ नहीं दे पाया आइएलएस
मौसम खराब हुआ तो विमान के उतरने में कानपुर के अहिरवां एयरपोर्ट पर लगा आइएलएस (इंस्ट्रूमेंट लैंङ्क्षडग सिस्टम) भी साथ नहीं दे पाया। ऐसे में कानपुर-मुंबई फ्लाइट रद करते हुए मुंबई से आई फ्लाइट को लखनऊ में उतारा गया। यह आइएलएस एक दशक पूर्व कोलकाता एयरपोर्ट के रनवे से निकालकर यहां लाया गया था। खराब मौसम में जब भी जरूरत पड़ी, यह सिस्टम साथ नहीं दे पाता है।
पिछले साल जरूर क्षेत्रीय उड़ान योजना में इसे यहां आधुनिक आइएलएस लगाने की बात हुई लेकिन योजना फाइलों से बाहर निकल पाई। हालांकि अहिरवां एयरपोर्ट डायरेक्टर बीके झा का कहना है कि आइएलएस में कोई कमी नहीं है, मौसम खराब होने के कारण दिक्कत आई लेकिन जब उनसे पूछा गया कि खराब मौसम में लैंडिंग के लिए ही आइएलएस लगाया जाता है, तो फिर विमान लैंड क्यों नहीं पाया, तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
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