आंधी में उड़ी बिजली, शहर में छाया अंधेरा
गर्मी में आंधी-पानी से बिजली सिस्टम के बचाव की पोल रविवार को खुल गई। देर शाम आई आंधी में शहर की बिजली उड़ गई
जागरण संवाददाता, कानपुर : गर्मी में आंधी-पानी से बिजली सिस्टम के बचाव की पोल रविवार को खुल गई। देर शाम आई आंधी में शहर की बिजली उड़ गई। पूरे शहर में ब्लैक आउट जैसा नजारा देखने को मिला। बिनगवां में पोल टूट गया तो कई क्षेत्रों में पेड़ गिरने से सप्लाई लाइनें क्षतिग्रस्त हुई। रात नौ बजे तक केवल 50 फीसद शहर की बिजली सप्लाई ही दोबारा शुरू की जा सकी थी।
जैसे ही आंधी शुरू हुई, तेज हवाओं के चलते एहतियात के तौर पर केस्को ने बिजली आपूर्ति ठप कर दी। करीब 15 से 20 मिनट तक लगभग पूरे शहर में बिजली गायब रही। हालात बेहतर होने के बाद आपूर्ति बहाल होनी शुरू हुई। हालांकि 60 से अधिक सब स्टेशनों की बिजली आपूर्ति दोबारा शुरू होने में समय लगा। रात नौ बजे तक केवल 50 फीसद प्रभावित क्षेत्रों में ही आपूर्ति बहाल हो सकी थी।
आंधी में हंसपुरम वितरण क्षेत्र के बिनगवां में पोल तेज आंधी में गिर पड़ा। 132 केवी मेहरबान सिंह का पुरवा में आई तकनीकी खामी से बमरौली फीडर ब्रेकडाउन में चला गया। गांधी नगर के गांधी चौक में पेड़ पोल के ऊपर जा गिरा, जिससे बिजली चली गई। सिविल लाइन क्षेत्र में भी पेड़ गिरने से बिजली के तार टूट गए। इसके अलावा शास्त्रीनगर, विजय नगर, जरीब चौकी, माल रोड, फेथफुलगंज आदि क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति प्रभावित रही।
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दिन भर रही बिजली किल्लत
आंधी आने से पहले भी शहर का बिजली सिस्टम दिन भर रुलाता रहा। खास बाजार उपकेंद्र क्षेत्र के इनकमर में ब्लॉस्ट हो गया, जिससे पौने दो बजे से बिजली गुल हो गई। सप्लाई बहाल होती आंधी ने फिर बिजली गुल कर दी। यहां करीब छह हजार लोग करीब आठ घंटे तक प्रभावित रहे। केबिल बक्सा क्षतिग्रस्त होने से विकास नगर की केसा कालोनी में रात 12 बजे से ढाई बजे तक आपूर्ति बंद रही। इसके अलावा म्योर मिल का केन चैंबर, रिग रोड, दर्शनपुरवा, दादानगर में पेड़ों की कटिंग के लिए शटडाउन लिया गया।