बच्चों को पिता के साथ देख स्कूल गेट पर रो पड़ी शहीद की बेटी सुप्रिया
वार्षिक परीक्षाएं देने पहुंची थी शहीद प्रदीप की बेटी, प्रधानाचार्य से लिपट कर रोई
जागरण संवाददाता, कानपुर : सिर से पिता की छाया हटने के बाद गम की धूप में खड़ी शहीद प्रदीप यादव की बेटी सुप्रिया हौसला और हिम्मत जुटा सोमवार को वार्षिक परीक्षाएं देने अपने स्कूल डॉ. वीरेंद्र स्वरूप एजूकेशन सेंटर अवधपुरी पहुंची। स्कूल गेट पर कई बच्चों को उनके पिता छोड़ने आए थे। यह देख सुप्रिया पिता की याद में गेट पर फूट-फूटकर रोने लगी। यह देख तुरंत शिक्षकों ने उसे संभाला। प्रधानाचार्य उर्वशी वाजपेयी भी वहां पहुंच गई। सुप्रिया को प्रिंसिपल रूम ले जाया गया। जहां सुप्रिया प्रधानाचार्य से लिपट गई। बोली- मैम, हम अकेले हो गए..अब मेरी पढ़ाई कैसे होगी, मेरा ध्यान कौन रखेगा। एक माह पहले सुप्रिया के पिता स्कूल आए थे। प्रधानाचार्य से मुलाकात की थी। कक्ष में बेटी को बुलाकर कहा था कि इसका ध्यान रखिएगा।
सुबक रही सुप्रिया की आंखों में पिता के साथ बिताए पलों की याद का मंजर था। वह बात करते हुए लड़खड़ा रही थी। ऐसे में स्कूल प्रबंधन ने फोन पर सुप्रिया के परिजन को सूचना दी। सोमवार को सामान्य ज्ञान का पेपर था। स्कूल प्रबंधन ने परीक्षा की बाध्यता न बताते हुए सुप्रिया को घर ले जाने के लिए कहा। सुप्रिया का मौसेरा भाई अभिषेक पहुंचा और उसे ले गया। इस दौरान लगभग एक घंटे तक सुप्रिया स्कूल में उदास और गुमसुम बैठी रही। आंखों से आंसू बहते रहे। प्रधानाचार्य ने बताया कि अब उसे 25 फरवरी को बुलाया गया है, जिस दिन से मुख्य विषयों की परीक्षाएं शुरू होंगी। बता दें, सुप्रिया पांचवीं कक्षा में पढ़ रही है।
----
सुप्रिया की निश्शुल्क पढ़ाई कराएगा स्कूल
सुप्रिया यादव की पूरी पढ़ाई निश्शुल्क होगी। सोमवार को यह फैसला डॉ.वीरेंद्र स्वरूप एजूकेशनल फाउंडेशन की सचिव कुमकुम स्वरूप ने लिया। प्रधानाचार्य ने इसकी जानकारी सुप्रिया के परिजन को दी।