Pulwama Terror Attack :पुलवामा हमले के विरोध में नहीं खुली दुकानें, युवाओं ने लहराए असलहे, निकाली तलवारें
पुलवामा में हुए आतंकी हमले के विरोध में शनिवार को शहर के सभी प्रमुख बाजारों में बंदी रही। हाथों में तिरंगा लेकर घरों से निकले व्यापारियों ने खुद ही दुकानों के ताले नहीं खोले।
जागरण संवाददाता कानपुर: पुलवामा में हुए आतंकी हमले के विरोध में शनिवार को शहर के सभी प्रमुख बाजारों में बंदी रही। हाथों में तिरंगा लेकर घरों से निकले व्यापारियों ने खुद ही दुकानों के ताले नहीं खोले। इस दौरान शहर के विभिन्न स्थानों से श्रद्धांजलि जुलूस निकाले गए। आक्रोशित युवाओं ने पाकिस्तान को सबक सिखाने की मांग कर पुतला फंूका और असलहे लहराए। वहीं सिख समाज ने तलवारें लहराकर दोषियों को सबक सिखाने की मांग की।
बंदूक लेकर पाकिस्तान को सबक सिखाने का आह्वान
चकेरी क्षेत्र में सैकड़ों युवाओं ने हाथों में लाइसेंसी बंदूक लेकर वाहन जुलूस निकाला। शहीदों की शहादत को सलाम करते हुए पाकिस्तान को सबक सिखाने का आह्वान किया। बीजेपी कार्यकर्ता प्रखर श्रीवास्तव की अगुवाई में सैकड़ों युवाओं ने शिव कटरा से रामादेवी से होते हुए जीटी रोड के रास्ते घंटाघर तक वाहन जुलूस निकाला। जुलूस में शामिल युवाओं का कहना था कि सरकार पाकिस्तान को करारा जवाब दे। नहीं तो युवाओं को मौका दे वे खुद सीमा पर जाएंगे। भारत माता की जय व शहद जवान अमर रहे के नारे लगाने के बाद जुलूस घंटाघर पर समाप्त हुआ। वहीं गुमटी नंबर पांच में सिख समाज ने तलवारें लहराकर पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब देने की मांग की।
सभी बाजारों में बंदी
पुलवामा हमले के विरोध में शनिवार को शहर में बाजार बंदी रही। कुछ बाजारों में दुकानें खुली भी तो व्यापारियों ने उन्हें बंद करा दिया। बिरहाना रोड स्थित सराफा बाजार पूरी तरह बंद रहा। इसी तरह कलक्टरगंज का गल्ला बाजार, नयागंज का किराना बाजार भी पूरी तरह बंद रहा। टोपी बाजार, लाटूश रोड की दुकानें भी नहीं खुलीं।
मुंहतोड़ जवाब दे सरकार
बाजार बंदी के दौरान व्यापारियों ने पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने शहादत को जाया न जाने देने की मांग की। व्यापारियों का कहना था कि पाकिस्तान को उसी की भाषा में करारा जवाब दिया जाए। इस दौरान गुस्साए लोगों ने पाकिस्तान का पुतला भी फंूका। घंटाघर से उद्योग व्यापार मंडल के सदस्यों ने जुलूस निकाला।