बेढंगी इंजीनिय¨रग में फंसे केडीए के 31.72 करोड़ रुपये
शताब्दी नगर में बनाए जा रहे स्टेडियम का काम अधर में, आउटडोर खेलों के लिए जगह न होने पर रोका गया काम
जागरण संवाददाता, कानपुर: अभियंताओं की बेढंगी इंजीनिय¨रग से कानपुर विकास प्राधिकरण के 31.72 करोड़ रुपये फंस गए हैं। पहले तो शताब्दी नगर में बिना मौके पर जाए स्टेडियम का खाका तैयार किया गया, फिर 70 प्रतिशत काम भी पूरा करा लिया। अब एक साल से काम रोक दिया गया है। इसकी वजह आउटडोर गेम के लिए जगह न होना बताई जा रही है।
मई 2016 में केडीए ने शताब्दी नगर, जवाहरनगर व रतनपुर योजना के लिए शताब्दी नगर में स्टेडियम का निर्माण शुरू कराया था। उस वक्त केडीए में मुख्य अभियंता वीके गोयल और अधिशासी अभियंता दीपक गुप्ता इसकी देखरेख कर रहे थे। उपाध्यक्ष जयश्री भोज थीं। स्टेडियम में इनडोर और आउटडोर खेलों के अलावा शॉपिंग काम्प्लेक्स की व्यवस्था की जानी थी। जब 70 प्रतिशत निर्माण हो गया तब इस बात की जानकारी हुई कि स्टेडियम में हॉकी, फुटबाल और क्रिकेट के हिसाब से जगह ही नहीं है। इस पर तत्कालीन केडीए वीसी के विजयेन्द्र पांडियन ने काम रुकवा दिया। तब से काम रुका पड़ा है। बताया जा रहा है कि मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जानी है। ऐसा हुआ तो लापरवाह अभियंताओं और अफसरों का नपना तय है।
यह बनना था
स्थान- शताब्दी नगर
निर्माण: स्पोर्ट्स स्टेडियम और कमर्शियल काम्प्लेक्स
क्षेत्रफल - 40,255.61 वर्गमीटर
लागत - 31.72 करोड़ रुपये
यह होनी थी व्यवस्था: इनडोर में बैडमिंटन, आधुनिक जिम, बास्केटबॉल कोर्ट, टेबल टेनिस, आउटडोर में हॉकी, क्रिकेट, फुटबाल मैदान की व्यवस्था। इसके अलावा जागिंग ट्रैक, साइकिल ट्रैक, वाटर बॉडी, साइकिल ट्रैक भी बनाया जाना था।
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डिजाइन गलत होने की वजह से शताब्दी नगर स्टेडियम का काम रुका है। आउटडोर स्टेडियम के लिए जगह ही नहीं बची है। इसकी जांच कराएंगे। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अभी तक बने स्टेडियम का प्रयोग कैसे हो इस पर विचार चल रहा है।
- किंजल सिंह, उपाध्यक्ष केडीए