कानपुर में 12वीं के Student ने तैयार किया ऐसा बल्ब जो सूर्यास्त पर जलेगा और सूर्योदय पर अपने आप बंद भी होगा
छात्र शिवा पटेल ने एक ऐसा बल्ब तैयार किया है जो सूर्यास्त होने पर अपने आप जलेगा और सूर्योदय होते ही स्वत बंद हो जाएगा। इंफ्रारेड सेंसर की मदद से तैयार इस एलईडी बल्ब का उपयोग हम अपने घरों कार्यालयों छतों व अन्य कई स्थानों पर कर सकते हैं।
कानपुर, जेएनएन। आमतौर पर घरों, कार्यालयों, स्ट्रीट लाइट आदि में जिन बल्बों का प्रयोग किया जाता है, वह लाइट डिपेंडेंट रजिस्टर पर आधारित होते हैं। जब हम बल्ब का स्विच ऑन-ऑफ करते हैं तो यह जलते और बंद होते हैं। हालांकि जय नारायण विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में 12वीं के छात्र शिवा पटेल ने एक ऐसा बल्ब तैयार किया है, जो सूर्यास्त होने पर अपने आप जलेगा और सूर्योदय होते ही स्वत: बंद हो जाएगा। इंफ्रारेड सेंसर की मदद से तैयार इस एलईडी बल्ब का उपयोग हम अपने घरों, कार्यालयों, छतों व अन्य कई स्थानों पर कर सकते हैं। रोशनी के मामले में यह बल्ब भी दूसरे बल्बों की तरह की काम करता है। उदाहरण के लिए अगर हम सात वॉट का बल्ब जला रहे हैं तो हमें सात वॉट की रोशनी मिलेगी।
200 रुपये में सात वॉट का बल्ब तैयार : शिवा ने बताया कि इस बल्ब को उन्होंने विकास नगर स्थित टिंकर इंडिया लैब में तैयार किया। सात वॉट के बल्ब की लागत 200 रुपये आई। बोले, आगामी दिनों में आमजन इस तरह के बल्ब लैब से खरीद सकेंगे। जैसे, जैसे वॉट की क्षमता बढ़ेगी वैसे-वैसे बल्ब की लागत बढ़ जाएगी। शिवा का कहना था, कि फिलहाल कोरोना महामारी के चलते विकास नगर स्थित लैब को बंद कर दिया गया है। हालांकि जैसे ही स्थितियां ठीक होंगी तो कोई भी लैब से बल्ब ले सकता है।