फतेहपुर : शौचालय घोटाले में सचिव और पूर्व प्रधान समेत 11 पर मुकदमा, इन गिर सकती गाज
अब उन पर एक और विभागीय कार्रवाई की तलवार लटक गई है। कमेटी की जांच पर गौर करते हुए डीएम अपूर्वा दुबे ने पूरे मामले में मुकदमा दर्ज कराते हुए पूर्व प्रधान व सचिव से गबन की राशि की बराबर बराबर वसूली करने का निर्देश दिया है।
फतेहपुर, जेएनएन। बहुआ ब्लाक के रामपुर-बरवट गांव में शौचालय घोटाले से बुधवार को पर्दा उठ गया। पूर्व प्रधान, पंचायत मित्र और तत्कालीन सचिव समेत 11 लोगों ने मिलजुल कर यहां के 176 गरीबों के हिस्से की 14.76 लाख की रकम हजम कर ली थी। इस रकम के हजम होने से 71 लाभार्थियों के शौचालय बने ही नहीं, जबकि 105 लाभार्थियों को सिर्फ आधे रुपये मिल। इससे उनके शौचालय अधूरे रह गए। उधर, एडीओ पंचायत अनूप सिंह की तहरीर पर 11 लोगों पर ललौली थाने में धोखाधड़ी और सरकारी धन गबन करने का मुकदमा पंजीकृत कराया है।
14 जुलाई को मामले की शिकायत पर बीडीओ बहुआ नवनीत सेहरा ने यहां मौके पर जाकर जांच कर मामले को उच्च अधिकारियों के संज्ञान में दिया था। सीडीओ सत्य प्रकाश ने घपले का अंदेशा जताते हुए अर्थ एवं सांख्यिकी अधिकारी जोगेंद्र सिंह, जिला कृषि अधिकारी बृजेश सिंह और सहायक अभियंता डीआरडीए के नेतृत्व में कमेटी बनाकर जांच कराई तो पूरा मामला सामने आया।कमेटी ने घर-घर जाकर शौचालयों का सत्यापन किया और जांच आख्या में करीब 14.76 लाख के गबन को सिद्ध किया। आरोपित सचिव रमेश चंद्र पहले से निलंबित चल रहा है। अब उन पर एक और विभागीय कार्रवाई की तलवार लटक गई है। कमेटी की जांच पर गौर करते हुए डीएम अपूर्वा दुबे ने पूरे मामले में मुकदमा दर्ज कराते हुए पूर्व प्रधान व सचिव से गबन की राशि की बराबर बराबर वसूली करने का निर्देश दिया है।
इन पर दर्ज हुआ मुकदमा : पूर्व प्रधान कृष्ण कुमार सोनकर, तत्कालीन ग्राम पंचायत अधिकारी रमेश चंद्र गिहार, रोजगार सेवक व प्रधान की बहू सारिका सिंह, प्रधान के पुत्र पंकज सिंह व गांव के दिलीप कुमार, लायक सिंह, अरविंद कुमार, प्रदीप कुमार, ननकू, गुफरान और पप्पू है।