10 साल में सबसे गर्म रही 22 फरवरी
जागरण संवाददाता कन्नौज जलवायु परिवर्तन का एक और परिणाम इस बार देखने को मिला। इस बार फर
जागरण संवाददाता, कन्नौज : जलवायु परिवर्तन का एक और परिणाम इस बार देखने को मिला। इस बार फरवरी माह में गर्मी ने दस साल का रिकार्ड तोड़ दिया। मौसम विभाग ने पिछले दस साल की तुलना में 22 फरवरी को सबसे गर्म दिन के रूप में रिकार्ड किया। इसके बाद लगातार तापमान बढ़ ही रहा है, जो भविष्य के लिए अच्छे संकेत नहीं माने जा रहे हैं।
शुक्रवार को सुबह आसमान में बादल छाए थे, लेकिन सूरज निकलते ही बादल छंट गए और गर्मी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू किया। दोपहर तक पारा अधिकतम 29 डिग्री पर पहुंच गया तो न्यूनतम 16.8 डिग्री पर पहुंच गया। हालत यह रही कि दोपहर में चिलचिलाती धूप में लोग एक मिनट भी खड़े नहीं हो पाए। मौसम विभाग की माने तो इस बार पश्चिमी विक्षोभ के कारण पहाड़ों पर बर्फबारी हुई थी। इसके बाद हवा का रुख लगातार बदलता रहा, जिसके प्रभाव से बूंदाबांदी और ओले भी गिरे। अब हवा के दिशा उत्तरी होने से बादल छंट गए, जिससे आसमान साफ हो गया और सूरज की किरणें सीधी पृथ्वी पर पड़ीं, जिससे गर्मी का प्रकोप बढ़ गया। होली तक इस बार प्रचंड गर्मी पड़ने की संभावना है। कुछ इस तरह बढ़ा तापमान
वर्ष अधिकतम न्यूनतम
2008 25.5 13.5
2009 22.2 13.5
2010 25.4 11.7
2011 24.2 10.5
2012 20.0 12.2
2013 21.0 09.2
2014 19.4 11.4
2015 25.4 16.6
2016 26.8 12.6
2017 27.4 11.7
2018 22.4 12.4
2019 29.4 16.8
(नोट : तापमान डिग्री सेल्सियस में और आंकड़े मौसम विभाग के अनुसार हैं) 2008 के बाद तापमान बढ़ ही रहा है, जिससे फसलों के उत्पादन पर प्रभाव पड़ेगा और बीमारियों में वृद्धि होगी। जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम लगातार बदल रहा है।
-डॉ. विजय द्विवेदी, मौसम वैज्ञानिक