इस साल तेज रहेगी सूरज की तपन
जागरण संवाददाता, कन्नौज : जलवायु परिवर्तन के कारण इस बार जहां सर्दी औसत से कम रही, वहीं
जागरण संवाददाता, कन्नौज : जलवायु परिवर्तन के कारण इस बार जहां सर्दी औसत से कम रही, वहीं गर्मी अधिक होगी। हर साल से सूरज की तपन अधिक होगी, जिससे वातावरण में बीमारियां भी पनप सकती हैं। मौसम के इस बदलाव को ग्लोबल वार्मिंग का प्रभाव भी देखा जा रहा है। इन दिनों आस्ट्रेलिया महाद्वीप में पड़ रही भीषण गर्मी को देखते हुए मौसम विभाग ने यह भविष्यवाणी की है।
मौसम वेधशाला के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. विजय द्विवेदी ने बताया कि इस साल मौसम में कई उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे। समय से पहले गर्मी शुरू होगी, जिससे तापमान लगातार बढ़ता रहेगा। पूर्वी हवाओं के प्रभाव से लू का प्रकोप अधिक रहेगा और धूल भरी आंधियों से भी काफी नुकसान होगा। पूरे विश्व में तापमान में यह परिवर्तन हो रहा है। यही वजह है कि फरवरी माह में अमेरिका के कई शहरों में पहली बार तापमान शून्य से कई डिग्री नीचे चला गया, तो आस्ट्रेलिया में भी पहली बार तापमान 45 डिग्री तक पहुंचा है। यहां भी जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम में बड़े परिवर्तन नजर आएंगे। सूर्य से निकलने वालीं हानिकारक पराबैंगनी किरणें पृथ्वी पर सीधी पड़ेंगी, जिससे त्वचा के कैंसर जैसी कई गंभीर बीमारियों में वृद्धि होगी। अभी बना रहेगा मानसून
उत्तर भारत के मैदानी भाग में उत्तरी-पूर्वी हवाओं के कारण मानसून अभी बना रहेगा। अभी पछुआ हवा चल रही है। हवा का रुख बदलते ही 15 व 16 फरवरी को फिर बारिश होगी। इस माह कई तरह के बदलाव देखने को मिलेंगे, जिनसे स्वास्थ्य पर पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। शुक्रवार को मौसम का हाल
अधिकतम तापमान - 24.2 डिग्री
न्यूनतम तापमान - 10.4 डिग्री
हवा की गति - 7.5 किमी प्रतिघंटा
हवा की दिशा - पश्चिमी
हवा में नमी - 95 फीसद
वर्षा - 0.0 मिमी
पूर्वानुमान - शनिवार को कोहरा पड़ेगा और हल्के बादल छाए रहेंगे।