69 हजार भर्ती के 16 फर्जी शिक्षकों की बर्खास्तगी पर लगी मोहर
69 हजार भर्ती के 16 फर्जी शिक्षकों की बर्खास्तगी पर लगी मोहर
69 हजार भर्ती के 16 फर्जी शिक्षकों की बर्खास्तगी पर लगी मोहर
जागरण संवाददाता, कन्नौज : जनपद में 69 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में नियुक्त 22 शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेख फर्जी पाए गए थे, जिसमें सत्यापन के बाद पांच शिक्षकों को जनवरी माह में बर्खास्त कर दिया गया था। शेष 17 शिक्षकों ने आफलाइन सत्यापन कराए जाने की मांग की थी। अभिलेखों के आफलाइन सत्यापन में भी वह फर्जी पाए गए थे, जिस पर जनपदीय चयन समिति ने उनकी बर्खास्तगी पर मोहर लगा दी हैं। एक शिक्षक की जांच अभी चल रही है, इसलिए 16 शिक्षकों को डीएम के अनुमोदन के बाद बर्खास्त कर दिया जाएगा।
जिले में 69 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में 1488 शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी। विद्यालय आवंटन के बाद इन शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों का आनलाइन सत्यापन कराया गया तो उसमें 22 शिक्षक फर्जी निकले थे। इस पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जनपदीय चयन समिति के अनुमोदन पर जनवरी माह में पांच शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया था। शेष 17 शिक्षकों ने शैक्षिक आफलाइन सत्यापन कराए जाने की मांग की थी, जिस पर बीएसए ने सभी 22 शिक्षकों के आफलाइन सत्यापन के लिए एक कमेटी बनाई थी। कमेटी ने 10 मई को रिपोर्ट बीएसए को सौंप दी, जिसमें सभी 22 शिक्षकों के अभिलेख फर्जी पाए गए है। इस पर 12 मई को बीएसए कार्यालय में जनपदीय चयन समिति के अध्यक्ष डायट प्राचार्य डा. इंद्रजीत प्रजापति, बीएसए संगीता सिंह, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मुरैया बुजुर्ग की सहायक अध्यापक पूर्णिमा तथा रमाबाई राजकीय बालिका इंटर कालेज छिबरामऊ के प्रधानाचार्य राजेश कुमार शर्मा ने बैठक की। इस बैठक में सत्यापन कमेटी के अध्यक्ष खंड शिक्षा अधिकारी (मुख्यालय) डा. अविनाश दीक्षित ने जनपदीय चयन समिति के समक्ष अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। अवलोकन करने के बाद चयन समिति ने शेष बचे 16 शिक्षकों को बर्खास्त करने की संस्तुति कर दी। बीईओ (मुख्यालय) ने बताया कि इसमें एक शिक्षक की जांच अभी पूरी नहीं हुई है। इस वजह से 16 शिक्षकों को बर्खास्त किया जाएगा।
जनपदीय चयन समिति के निर्णय के पश्चात आख्या बनाकर जिलाधिकारी को भेज दी गई है। डीएम के अनुमोदन के बाद शेष बचे 16 शिक्षकों को बर्खास्त कर उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी और वेतन रिकवरी के लिए नोटिस जारी किया जाएगा। एक शिक्षक की जांच अभी अधूरी है, इसलिए उसे बाद में बर्खास्त किया जाएगा।
-संगीता सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी