पैन नंबर की जांच होने तक 17 शिक्षकों का वेतन रोका
- बीएसए ने वित्त एवं लेखाधिकारी से एक सप्ताह में मांगी जांच रिपोर्ट - पैन नंबर बदलने की बिदुवार
- बीएसए ने वित्त एवं लेखाधिकारी से एक सप्ताह में मांगी जांच रिपोर्ट
- पैन नंबर बदलने की बिदुवार करवाई जाए गहनता से जांच-पड़ताल
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षकों द्वारा पैनकार्ड नंबर संशोधित करवाए जाने की विभागीय जांच चल रही है। जांच होने तक जिला बेसिक शिक्षाधिकारी ने 17 शिक्षकों के वेतन पर रोक लगाते हुए एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट देने के निर्देश वित्त एवं लेखाधिकारी को दिए हैं।
बीएसए लालजी यादव ने वित्त एवं लेखाधिकारी को पत्र भेजकर कहा है कि बेसिक शिक्षा निदेशक ने वर्ष 2013 के बाद तैनात शिक्षकों के संशोधित पैन नंबर मांगकर उनकी जांच करने के आदेश दिए थे। जिले के पूर्व माध्यमिक विद्यालय बुढ़नामऊ की शिक्षिका प्रभा, रामपुर ढपरपुर की सरला देवी, बराकेशव मोहम्मदाबाद के शिक्षक सुरेंद्र सिंह वर्मा, नौली के शर्मानंद, गंगलऊ परमनगर के रमेशचंद्र, सुतहड़ी के सुशील कुमार, पूर्व माध्यमिक विद्यालय शमसाबाद के राजेंद्र कुमार प्राथमिक विद्यालय ढिलावल की शिक्षिका शिखा दुबे, बिलावलपुर के शिक्षक अवनीश कटियार, नगला टीका की शिक्षिका सैय्यद हिना खालिद, सियापुर के शिक्षक आदर्श कुमार, नगला स्वामी के मनोज बाजपेई, बरुआ की मोनिका सिंह, भुड़रा की रश्मि बाथम, पट्टी बदनपुर की नीलम चौहान, जाफर नगर की नेहा भारती व प्राथमिक विद्यालय नवाबगंज के शिक्षक संजीव रंजन ने अपने-अपने पैनकार्ड नंबर संशोधित करवाने की सूचना दी थी। इन सभी शिक्षकों का वेतन तत्काल रोकते हुए इनके पैन नंबरों की जांच गहनता से करवाई जाए। बीएसए ने बताया कि 17 शिक्षकों का वेतन रोकने के लिए वित्त एवं लेखाधिकारी से कहा गया है।