Move to Jagran APP

राशन बिना भूखे पेट लौट रहे नौनिहाल

संवाद सहयोगी, छिबरामऊ: खाद्यान्न के अभाव में सरकार की नौनिहालों के हित में शुरू की गई एम

By JagranEdited By: Published: Sat, 29 Dec 2018 10:54 PM (IST)Updated: Sat, 29 Dec 2018 10:54 PM (IST)
राशन बिना भूखे पेट लौट रहे नौनिहाल
राशन बिना भूखे पेट लौट रहे नौनिहाल

संवाद सहयोगी, छिबरामऊ: खाद्यान्न के अभाव में सरकार की नौनिहालों के हित में शुरू की गई एमडीएम योजना भी पटरी से उतर गई। राशन नहीं पहुंचा तो भोजन बनना बंद हो गया। ऐसे में बच्चों को भूखे पेट लौटने को मजबूर होना पड़ा। इसको लेकर जब अधिकारियों की तंद्रा नहीं टूटी तो बच्चों ने ही विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।

loksabha election banner

विकास खंड के अतंर्गत कुल 271 परिषदीय विद्यालय संचालित हो रहे हैं। इनमें 188 प्राथमिक व 83 पूर्व माध्यमिक शामिल हैं। वेयर हाउस से मिलने वाले राशन से विद्यालयों में भोजन बनवाया जाता है, जो पढ़ने वाले बच्चों की भूख मिटाता है। इस कई माह से वेयर हाउस को पर्याप्त राशन नहीं मिला। ऐसे में परिषदीय विद्यालयों में राशन पहुंचना बंद गया। इसकी वजह से एमडीएम व्यवस्था बाधित हो गई और बच्चों को भूखे रहना पड़ा। कुछ बच्चे तो घर जाकर भेजने कर आते थे, वहंी आर्थिक स्थित ठीक न होने पर कई बच्चे खेलकर अपना समय बिता लेते थे। कई दिनों तक जब इसका समाधान न हुआ तो बच्चों ने विरोध शुरू किया। शुक्रवार को पलिया में बच्चों ने भोजन न मिलने का विरोध किया था। शुक्रवार से वेयर हाउस ने शुरू करवाया वितरण

वेयर हाउस पर इस बार खाद्यान्न पहुंचा। ऐसे में शुक्रवार से कोटेदार व विद्यालयों के प्रधानाध्यापक को इसका वितरण किया गया। शनिवार तक खाद्यान्न लेने से 25 परिषदीय व सात इंटर कॉलेज रह गए थे। ऐसे में अब बच्चों को पहले की भांति एमडीएम मिलने की उम्मीद जगी है। तीन माह का एक साथ दिया जा रहा राशन

इस बार तीन माह का राशन एक साथ दिया जा रहा है। पहले एक माह का उठान कराया जाता था। व्यवस्था में परिवर्तन कर दिया गया है। वेयर हाउस से सीधे राशन लाने वाले प्रधानाध्यापकों को बार-बार चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। जिम्मेदार बोले

सितंबर में वेयर हाउस का चार्ज लिया। राशन न मिल पाने की वजह से वितरण नहीं हो पा रहा था। शुक्रवार से राशन का उठान कराया जा रहा है। केवल 25 परिषदीय विद्यालय रह गए हैं। प्रधानाध्यापकों के आते ही वितरण कराया जाएगा।

-विजय प्रताप ¨सह, एसएमआई छिबरामऊ।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.