Move to Jagran APP

तीन महीने से नारकीय जीवन जीने को मजबूर प्रोफेसर कॉलोनी के लोग

छ घरों में भी जा रहा है। इसको लेकर मोहल्ले के रमेश पाल सिंह रामायणी दुबे मंजू दीक्षित स्नेह लता दीक्षित उमेश कुमार वीरेंद्र सिंह योगेंद्र सिंह अमरपाल सिंह देवेंद्र सिंह प्रणव यादव नीरज भदौरिया रामादेवी आदि ने संपूर्ण समाधान दिवस में करीब दो माह पहने एसडीएम को प्रार्थना पत्र दिया था। समस्या का समाधान ना होने पर 6 नवंबर को ईओ नगर पालिका छिबरामऊ को पत्र के माध्यम से अवगत कराया। बताया गया कि बीमारियां फैलने से आठ-10 लोग डेंगू से भी

By JagranEdited By: Published: Mon, 13 Jan 2020 11:28 PM (IST)Updated: Tue, 14 Jan 2020 06:05 AM (IST)
तीन महीने से नारकीय जीवन जीने को मजबूर प्रोफेसर कॉलोनी के लोग
तीन महीने से नारकीय जीवन जीने को मजबूर प्रोफेसर कॉलोनी के लोग

- जलनिकासी का इंतजाम न होने से परेशानी, पंपसेट से निकाला जा रहा पानी

loksabha election banner

संवाद सहयोगी, छिबरामऊ: जलनिकासी का कोई इंतजाम प्रोफेसर कालोनी में नहीं है। जलभराव से लोग परेशान हो रहे हैं। नगर पालिका पंप सेट से पानी निकलवाने की व्यवस्था कर रही है लेकिन लोग इससे संतुष्ट नहीं है। नियमित समाधान की मांग कर रहे हैं।

पीडब्ल्यूडी की ओर से छिबरामऊ बिधूना मार्ग फोरलेन का निर्माण कराया जा रहा है। तालग्राम तिराहा के सामने बनी एक पुलिया से होकर प्रोफेसर कॉलोनी का पानी का निकास था। इसको पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से बंद करा दिया गया है। इसकी वजह से परिसर में जलभराव हो रहा है और कॉलोनी निवासी नारकीय जीवन जी रहे हैं। नालियों का पानी सड़क के ऊपर तथा कुछ घरों में भी जा रहा है। इसको लेकर मोहल्ले के रमेश पाल सिंह, रामायणी दुबे, मंजू दीक्षित, स्नेह लता दीक्षित, उमेश कुमार, वीरेंद्र सिंह, योगेंद्र सिंह, अमरपाल सिंह, देवेंद्र सिंह, प्रणव यादव, नीरज भदौरिया, रामादेवी आदि ने संपूर्ण समाधान दिवस में करीब दो माह पहने एसडीएम को प्रार्थना पत्र दिया था। समस्या का समाधान ना होने पर 6 नवंबर को ईओ नगर पालिका छिबरामऊ को पत्र के माध्यम से अवगत कराया। बताया गया कि बीमारियां फैलने से 8-10 लोग डेंगू से भी प्रभावित हो चुके हैं। इसके बाद भी समस्या का समाधान न होने पर तीन दिसंबर को डीएम को अवगत कराया गया। आज तक समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। ईओ सुरेंद्र कुमार ने बताया कि जब तक चौड़ीकरण कार्य चल रहा है तब तक पुलिया नहीं खुलवाई जा सकती। पंपसेट के माध्यम से आवश्यकता पड़ने पर पानी बाहर निकाल दिया जाता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.