गिरफ्तारी से पहले साक्ष्यों को जोड़ने में जुटी पुलिस
संवाद सहयोगी, छिबरामऊ : एससीएसटी आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आदेश पर दर्ज कराए गए मुकदमे
संवाद सहयोगी, छिबरामऊ : एससीएसटी आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आदेश पर दर्ज कराए गए मुकदमे में पुलिस गिरफ्तारी से पहले साक्ष्यों को एकत्रित करने में जुटी है। वहीं शिक्षक संघ रुपये दिए जाने की बात कह रहा है, जबकि मृतक के परिजन मदद न मिलने की बात कह रहे हैं।
सोमवार को पुलिस टीम शिक्षा विभाग के बीआरसी दफ्तर पहुंची और इसको लेकर जानकारी की। उन्होंने बीएलओ ड्यूटी को लेकर की जाने वाली प्रक्रिया के बारे में सूचना एकत्रित की। इसके बाद मुकदमे में नामजद किए गए शिक्षक व बीईओ से भी संपर्क करने का प्रयास किया। हालांकि अभी किसी की गिरफ्तारी इस मामले में नहीं हुई है। इस बारे में प्रभारी निरीक्षक संतोष कुमार व्यास ने बताया कि शिक्षामित्र पवन कुमार की मौत के बाद जो सुसाइड नोट मिला है, वह महत्वपूर्ण साक्ष्य है। इसके आधार पर जांच शुरू कर दी गई है। घटना से जुड़े सभी साक्ष्य एकत्रित किए जा रहे हैं। बीआरसी कार्यालय से भी जानकारी की गई है। मृतक के परिजनों के बयान भी दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वहीं शिक्षक संघ मृतक के परिजनों को शिक्षकों की ओर से एकत्रित की गई धनराशि का कुछ हिस्सा दिए जाने की बात कह रहा है, वहीं मृतक के परिजन यह धनराशि न मिलने की बात कह रहे हैं। वह केवल दो लाख रुपये की मदद डीएम व बीएसए की ओर से उपलब्ध कराए जाने की बात कह रहे हैं। ज्ञातव्य हो कि मृतक शिक्षामित्र पवन कुमार की पत्नी ममता देवी की तहरीर पर बीईओ सुनील दुबे, एनपीआरसी प्रभात कुमार मिश्र व बीआरसी शैलेश कुमार मिश्रा के खिलाफ राष्ट्रीय आयोग के अध्यक्ष के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया था। इसमें शिक्षा विभाग के अधिकारियों की प्रताड़ना से परेशान होकर आत्महत्या करने और जाति सूचक गालियां दिए जाने का उल्लेख किया गया है।