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धान खरीद : केंद्रों पर सन्नाटा, मंडी में खूब बिका धान

ई से आनलाइन पंजीयन प्रक्रिया शुरू हो गई। किसानों को जागरूक भी किया गया लेकिन अबतक करीब 1200 किसानों ने पंजीयन कराएं हैं जबकि पिछले वर्ष केंद्र खुलने तक 2500 से अधिक पंजीयन हुए थे। जिला खरीद अधिकारी व एडीएम उमेशचंद्र उपाध्याय ने बताया कि प्रचार-प्रसार करा रहे हैं। साथ ही किसानों पंजीई से आनलाइन पंजीयन प्रक्रिया शुरू हो गई। किसानों को जागरूक भी किया गया लेकिन अबतक करीब 1200 किसानों ने पंजीयन कराएं हैं जबकि पिछले वर्ष केंद्र खुलने तक 2500 से अधिक पंजीयन हुए थे। जिला खरीद अधिकारी व एडीएम उमेशचंद्र उपाध्याय ने बताया कि प्रचार-प्रसार करा रहे हैं। साथ ही किसानों पंजीई से आनलाइन पंजीयन प्रक्रिया शुरू हो गई। किसानों को जागरूक भी किया गया लेकिन अबतक करीब 1200 किसानों ने पंजीयन कराएं हैं जबकि पिछले वर्ष केंद्र खुलने तक 2500 से अधिक पंजीयन हुए थे। जिला खरीद अधिकारी व एडीएम उमेशचंद्र उपाध्याय ने बताया कि प्रचार-प्रसार करा रहे हैं। साथ ही किसानों पंजी

By JagranEdited By: Published: Sat, 02 Nov 2019 10:36 PM (IST)Updated: Tue, 05 Nov 2019 06:28 AM (IST)
धान खरीद : केंद्रों पर सन्नाटा, मंडी में खूब बिका धान
धान खरीद : केंद्रों पर सन्नाटा, मंडी में खूब बिका धान

जागरण संवाददाता, कन्नौज : सरकारी धान खरीद किसानों को रास नहीं आ रही है। दाम कई गुना होते हुए भी किसान औने-पौने दामों में धान बेच रहे हैं। गुणवत्ता और मानकों का पालन करना अधिकांश किसानों के लिए मुश्किल है।

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जिले में एक नवंबर से 22 खरीद केंद्र खुले हैं। हम सिर्फ नवीन मंडी कन्नौज में खुले शाखा विपणन केंद्र की बात करें पहले और दूसरे दिन खरीद शुरू तक नहीं हुई, जबकि दोनों दिन मंडी में धान की खूब आवक हुई। शुक्रवार को आढ़तियों ने 150 क्विंटल और शनिवार को 120 क्विंटल किसानों से धान खरीदा। किसान मानक, पंजीयन और गुणवत्ता का हवाला देकर केंद्रों पर नहीं गए और मजबूरी में 1450 से 1600 रुपये प्रति क्विटल तक धान आढ़तियों को बेचा। दाम भी नकद मिले, जबकि केंद्रों पर सबसे पहले पंजीयन की अनिवार्यता है, जो अधिकांश किसानों ने नहीं कराए हैं। गुणवत्ता के साथ धान 17 फीसद तक नम होना चाहिए। भुगतान भी तीन दिन में होना है। पहले दिन सभी 22 केंद्रों पर बोहनी नहीं हुई, जबकि शनिवार को 22 केंद्रों में सिर्फ तिर्वा में खरीद हुई। किसान पंजीयन में रुचि नहीं

धान खरीद के लिए पंजीयन की अनिवार्यता है। बिना पंजीयन किसान केद्रों पर धान बिक्री नहीं कर पाएंगे। 25 जुलाई से आनलाइन पंजीयन प्रक्रिया शुरू हो गई। किसानों को जागरूक भी किया गया, लेकिन अबतक करीब 1200 किसानों ने पंजीयन कराएं हैं, जबकि पिछले वर्ष केंद्र खुलने तक 2500 से अधिक पंजीयन हुए थे। जिला खरीद अधिकारी व एडीएम उमेशचंद्र उपाध्याय ने बताया कि प्रचार-प्रसार करा रहे हैं। साथ ही किसानों पंजीयन पर जोर दे रहे हैं।


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