डेंगू का डंक से कई बीमार, 11 में निकला पॉजिटिव
प्लेट-लेट्स को बढ़ाने के लिए कीवी फल कारगर साबित होता है। इसके साथ ही कई देशी उपचार लोग करते हैं। इससे फल बिक्रेताओं ने कीवी फल के दामों में तीन गुना बढ़ोत्तरी कर दी। 150 रुपए का एक फल मरीजों को बेच रहे हैं।
संवाद सहयोगी, तिर्वा : इलाके में डेंगू का डंक तीव्र हो गया है। अब तक 11 मरीजों में डेंगू पॉजिटिव निकल चुका है, जिससे लोगों में दहशत है। हालत यह है कि निजी और सरकारी पैथोलॉजी लैब में लोगों की भीड़ उमड़़ रही है। कई मरीज मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं, जबकि सात को कानपुर रेफर कर दिया गया है।
कस्बे के आजाद नगर निवासी आकाश सक्सेना पुत्र रज्जन सक्सेना इंजीनियरिग के छात्र है। बुखार आया तो स्वजनों ने रक्त परीक्षण कराया। इसमें डेंगू की पुष्टि हुई। ग्राम पंचायत खामा की प्रधान पिकी देवी के पति प्रदीप बंगाली को भी दो दिन से बुखार आ रहा था। मेडिकल कॉलेज में एलाइजा टेस्ट कराया तो डेंगू की पुष्टि हुई। इस तरह कुल 11 मरीजों में एनएस-1 वायरस की पुष्टि हो चुकी है। कई लोग मेडिकल कॉलेज की जांच से जब संतुष्ट नहीं हुए तो मरीजों को लेकर कानपुर चले गए। झोलाछापों की चांदी
डेंगू के अलावा वायरल बुखार में प्लेटलेट्स कम हो जाते हैं। जब तक एनएस-1 वाययरस की पुष्टि नहीं होती, तब तक डेंगू नहीं माना जा सकता है। अनपढ़ लोगों को गुमराह कर झोलाछाप चांदी काट रहे हैं। कई अवैध क्लीनिकों पर बुखार के मरीजों का इलाज चल रहा है और स्वास्थ्य विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। 150 रुपये में बिका कीवी
रक्त में प्लेटलेट्स काउंट को बढ़ाने के लिए कीवी का फल मुफीद माना जाता है। इलाके में डेंगू फैलने की आशंका में लोग कीवी खरीद रहे हैं। कस्बे में एक कीवी फल 150 रुपये में भी बिका। मेडिकल कॉलेज में डेंगू के इलाज के पूरे इंतजाम हैं। इसके लिए अलग वार्ड बना दिया गया है। झोलाछापों पर कार्रवाई के लिए सीएमओ को पत्र लिखा जाएगा।
-डॉ. दिलीप सिंह, सीएमएस- राजकीय मेडिकल कॉलेज