ट्रांसपोर्ट पर पड़े ताले, इत्र कारोबारी बेहाल
जागरण संवाददाता, कन्नौज : ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल का इत्र कारोबार पर असर पड़ा है। दूसर
जागरण संवाददाता, कन्नौज : ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल का इत्र कारोबार पर असर पड़ा है। दूसरे दिन ट्रांसपोर्ट में ताले पड़ने से आयात-निर्यात नहीं हो सका। कच्चे माल की उपलब्धता न होने के कारण कारोबार ठप रहा। इससे ट्रांसपोर्टरों के साथ इत्र कारोबारियों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ।
शनिवार को भी ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल रही। सभी ट्रांसपोर्ट में ताले लगे रहे। इसका असर इत्र कारोबार पर ज्यादा पड़ा। माल बुक न होने के कारण कारोबारी इत्र, परफ्यूम, अगरबत्ती, धूपबत्ती, गुलाब जल, चंदन का तेल आदि बाहर नहीं भेज सके। नगर में पांच ट्रांसपोर्ट हैं। जो दिल्ली, गुजरात, बेंगलुरु, कोलकाता, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत अन्य प्रांतों तक माल पहुंचाते हैं। हड़ताल के कारण अन्य प्रांतों से केमिकल व कच्चे माल की आपूर्ति नहीं हो सकी। अन्य कारोबार भी प्रभावित रहा। इससे ट्रांसपोर्टरों के साथ कारोबारियों को भी लाखों रुपये का नुकसान हुआ। कारोबारी माल बुक करने के लिए परेशान रहे। जगह-जगह ट्रक, लोडर व डीसीएम खड़े रहे। इससे कारखानों, गोदामों व फैक्ट्रियों में माल रखा रहा। -ई-वे बिल, डीजल के बिल में बढ़ोतरी, भारत टोल बैरियर मुक्त आदि मांग को लेकर चक्का जाम किया गया है। इस बार आरपार की लड़ाई है। ट्रांसपोर्टरों पर ताले डालकर गाड़ियां भी खड़ी कर दी गई हैं। प्रतिदिन 15 से 20 हजार रुपये नुकसान हो रहा है।
-रोबिन मिश्रा, ट्रांसपोर्टर। -ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल का इत्र कारोबार पर असर पड़ा है। दो दिन से प्रांतों में माल नहीं भेज पा रहे हैं। केमिकल व कच्चा माल भी नहीं आ रहा है। इससे सभी इत्र कारोबारी परेशान हैं। लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।
-पवन त्रिवेदी, सचिव, द अतर्स एंड परफ्यूमर्स एसोसिएशन।