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Kannauj News: दवा से आलू के बीज खराब, मानीमऊ में एक बीज की दुकान निलंबित तो दूसरी सील

पीड़ित किसानों ने जिला प्रशासन से मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है। मानीमऊ क्षेत्र के किसानों ने आलू बीज शोधन के लिए कटियार बीज भंडार व कटियार कृषि सेवा केंद्र से दवा ली थी। कुछ का खेतों में बीज सड़ चुका है।

By Rahul KumarEdited By: Shivam YadavPublished: Tue, 08 Nov 2022 07:25 PM (IST)Updated: Wed, 09 Nov 2022 07:40 AM (IST)
Kannauj News: दवा से आलू के बीज खराब, मानीमऊ में एक बीज की दुकान निलंबित तो दूसरी सील
बीज की सप्लाई करने वाले डीलर को भी नोटिस दिया है।

कन्नौज,  जागरण संवाददाता। आलू बीज शोधन की दवा आलू और किसानों के लिए घातक बन गई। खेत में बीज बोने के बाद आलू की पौध नहीं निकली। इससे किसानों का न सिर्फ बीज मारा गया, बल्कि उनक मेहनत पर भी पानी फिर गया। किसानों ने उपकृषि निदेशक कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायती पत्र में दवा की वजह से आलू की पौध न निकलने की बात कही है। इस पर कृषि अधिकारी ने एक बीज दुकान को निलंबित कर दिया है। दूसरी दुकान को सील कर दिया है। वहीं, बीज की सप्लाई करने वाले डीलर को भी नोटिस दिया है। 

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मानीमऊ क्षेत्र में करीब 1500 बीघा आलू के बीज में पौध नहीं निकली। फसल खराब होने पर लाखों का नुकसान हो गया है। इससे किसान काफी परेशान है। कुछ का खेतों में बीज सड़ चुका है। पीड़ित किसानों ने जिला प्रशासन से मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है। मानीमऊ क्षेत्र के किसानों ने आलू बीज शोधन के लिए कटियार बीज भंडार व कटियार कृषि सेवा केंद्र से दवा ली थी। 

15 से अधिक दिन बीत जाने के बाद आलू की पौध नहीं निकली। इस पर किसानों ने गलत दवा देने का आरोप लगाकर उपकृषि निदेशक कार्यालय पर शिकायत की। शिकायती पत्र मिलने के बाद जिला कृषि अधिकारी आवेश कुमार सिंह ने दोनों दुकानों पर निरीक्षण किया। 

इसके बाद आवेश सिंह ने कटियार बीज भंडार की दुकान को सील कर दिया है। वहीं कृषि सेवा केंद्र की दुकान को निलंबित कर दिया है। कृषि सेवा केंद्र को दवा देने वाले गुरसहायगंज के आदित्य बीज भंडार के दुकानदार को नोटिस दिया है। 

जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि कृषि सेवा केंद्र के दुकानदार ने धनस्टिन की दवा किसानों को दी थी। कटियार बीज भंडार ने बलीडा माइसिन स्मिथ एंड स्मिथ की दवा दी थी। एक दवा मेरठ की कंपनी तो दूसरी दिल्ली स्थित कंपनी की है।

किसने कितनी बेची दवा कृषि 

अधिकारी ने बताया कि बलीडा की दवा एंटी वैक्टीरिया के लिए डाली जाती है। धनस्टिन की आलू शोधन के लिए है। कृषि सेवा केंद्र ने 65 लीटर दवा बेची थी। यह दोनों दवाएं सस्ती मिलती हैं। इस लिए किसान अधिक पसंद करता है। वहीं, कटियार बीज भंडार के संचालक ने बताया कि 100 से अधिक किसानों ने दवा ली थी। सभी किसान अलग-अलग में गांव रहते हैं। अभी तक कुछ लोगों ने शिकायत की है। वहीं, इस मामले को जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल ने संज्ञान में लिया है। जल्द कार्रवाई करने को कहा है। 

जांच को भेजा गया आलू के बीज व दवा का सैंपल

जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि कटियार कृषि सेवा केंद्र की दुकान का सैंपल लिया गया है। एक दुकान बंद मिली थी। इस पर सैंपल नहीं ले पाया हूं। आलू की पौध क्यों नहीं निकली है। इसका सैंपल लैब भेजा गया है। सैंपल को चार अलग-अलग लैब में भेजा गया है। सैंपल की रिपोर्ट की करीब 30 दिन बाद आएगी। इसके बाद स्पष्ट कारण पता चल पाएगा। तब तक कुछ नहीं जा सकता है। रिपोर्ट आने के बाद कंपनी व दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


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