ओडीएफ जिले में टूटने लगे इज्जतघर, इस्तेमाल करना बंद
गुणवत्ता और मानकों को दरकिनार कर इज्जतघर बनाए गए हैं। अनदेखी इस कदर हुई कि हाल में बने इज्जतघर टूटने लगे हैं। इस कारण ग्रामीणों ने इस्तेमाल करना बंद कर दिया है। गुणवत्ता और मानकों को दरकिनार कर इज्जतघर बनाए गए हैं। अनदेखी इस कदर हुई कि हाल में बने इज्जतघर टूटने लगे हैं। इस कारण ग्रामीणों ने इस्तेमाल करना बंद कर दिया है।
संवाद सहयोगी, तिर्वा : जिले में गुणवत्ता और मानकों को दरकिनार कर इज्जतघर बनाए गए हैं। अनदेखी इस कदर हुई कि हाल में बने इज्जतघर टूटने लगे हैं। इस कारण ग्रामीणों ने इस्तेमाल करना बंद कर दिया है।
विकास खंड उमर्दा की ग्राम पंचायत हरेईपुर के मजरा उसरी में कई इज्जतघर जर्जर तो काफी अधूरे हैं। ग्रामीणों के नाम से इज्जतघर बनवाने के लिए पूरा बजट भी खत्म हो गया। इज्जतघरों में लिटर नहीं डाला गया। लिटर की सीमेंट का टीन रख दी गई। इसके साथ ही कई जगहों पर दरवाजे भी नहीं लगे। कहीं प्लास्टर नहीं तो कहीं अन्य कमियां है तो गुणवत्ता खराब होने से इज्जतघर टूटने लगे। इससे ग्रामीणों ने इस्तेमाल करना बंद कर दिया। इसलिए मजबूरन खुले में जाते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि दूसरी किस्त अब तक नहीं मिली है। अपने पास से रुपये लगाकर निर्माण कराया है और उनके नाम से रुपये निकाल हजम कर लिए गए हैं। इस तरह की शिकायत नहीं मिली है। फिर भी गांव बने इज्जतघर की जांच कराई जाएगी। गड़बड़ी मिलने पर संबंधित कर्मचारी पर कार्रवाई करेंगे।
सरला देवी, बीडीओ उमर्दा