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जिले में 100 दिन काम देने की टूट रही गारंटी

जागरण संवाददाता, कन्नौज: सरकार महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Mar 2018 03:00 AM (IST)Updated: Fri, 23 Mar 2018 03:00 AM (IST)
जिले में 100 दिन काम देने की टूट रही गारंटी
जिले में 100 दिन काम देने की टूट रही गारंटी

जागरण संवाददाता, कन्नौज: सरकार महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत गांव में काम देने की अच्छी पहल लाई लेकिन अनदेखी से यह लाचार साबित हो रही है। समय गुजरने के साथ जिले से गांव तक लापरवाही सामने आने लगी है। वित्तीय वर्ष खत्म होने को है लेकिन जिला मुख्यालय के सदर समेत आठ ब्लाकों में हर मजदूर को 100 दिन का काम नहीं मिल पाया। 47,648 श्रमिकों में सिर्फ 157 को ही यह सुविधा मानक के हिसाब से मिल पाई है। इसलिए मजबूरी में मजदूर गांवों से पलायन कर रहे हैं।

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वित्तीय वर्ष 2017-18 में मनरेगा के तहत 1,39,356 श्रमिकों के जॉबकार्ड बनाए गए। इसमें वित्तीय वर्ष समाप्त होने तक जिले के आठ विकास खंडों में 47,648 श्रमिकों को ही काम मिल सका। जिले के आठ विकास खंडों में सिर्फ 157 श्रमिकों से 100 दिन का काम कराया गया। इसमें ब्लाक गुगरापुर व सौरिख की स्थिति बहुत खराब रही। यहां एक भी मजदूर को 100 दिन का काम नहीं मिला। इसके साथ ब्लाक छिबरामऊ व कन्नौज में सिर्फ सिर्फ छह-छह श्रमिकों को 100 दिन काम मिल पाया। इसमें सबसे बड़ी लापरवाही अफसरों की उजागर हुई है। इनके ध्यान न देने से मजदूर भटकते रहे। वहीं, ब्लाक उमर्दा में सबसे अधिक 76 श्रमिकों को 100 दिन काम दिया गया।

ब्लाक वार इनको मिला सौ दिन काम

ब्लाक मिला काम

छिबरामऊ 06

गुगरापुर 00

हसरेन 35

जलालाबाद 16

कन्नौज 06

सौरिख 00

तालग्राम 18

उमर्दा 76

अफसर बोले

मनरेगा श्रमिकों के काम मांगने पर हर हाल में उपलब्ध कराने का प्रावधान है। कृषि क्षेत्र होने की वजह से अधिकतर लोग कृषि कार्यों में व्यस्त रहते हैं। इसके बाद भी कहीं गड़बड़ी हुई तो अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी।

-अवधेश बहादुर ¨सह, मुख्य विकास अधिकारी।


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