पहले मांगे आवास, अब बता रहे अपात्र
ब्धता दर्शाकर प्रमाण पत्र भी दिए थे। अगस्त में 1260 आवास शासन से जिले को मिले थे जिनमें 634 आवासों का आवंटन नहीं हो पाया। जिन ग्राम सचिवों ने आवास मांगे वह अब उन्हीं लाभार्थियों को अपात्र बता रहे हैं। प्रभारी पीडी रामसमुझ ने बताया कि आवंटन प्रक्रिया चल रही है। पड़ताल कर आवास वितरण कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, कन्नौज : प्रधानमंत्री आवास का लक्ष्य मिलने के बाद अब आवंटन नहीं हो पा रहा है। पहले शासन से लाभार्थियों की सूची संतृत्प करने के लिए आवास मांगे गए थे जो मिलने के बाद उन्हीं लाभार्थियों को अपात्र बताया जा रहा है। इससे अतिम चरण में मिला लक्ष्य वितरण लटका है।
अफसरों का दावा है कि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास के लाभार्थियों की सूची योजना से संतृत्प हो चुकी है। सूची में शामिल सभी के लिए आवास आ चुके हैं और आवंटन किया जा रहा है। आखिरी चरण में सिर्फ 1260 सामान्य वर्ग को आवास मिलना बाकी था। सभी विकास खंडों की सूची के आधार पर अंतिम लक्ष्य मानकर शासन से इतने आवास मांगे गए थे। सभी विकास खंड अधिकारियों ने आवास की उपलब्धता दर्शाकर प्रमाण पत्र भी दिए थे। अगस्त में 1260 आवास शासन से जिले को मिले थे, जिनमें 634 आवासों का आवंटन नहीं हो पाया। जिन ग्राम सचिवों ने आवास मांगे वह अब उन्हीं लाभार्थियों को अपात्र बता रहे हैं। प्रभारी पीडी रामसमुझ ने बताया कि आवंटन प्रक्रिया चल रही है। पड़ताल कर आवास वितरण कर रहे हैं। इतने आवास लंबित
छिबरामऊ : 161
गुगरापुर : 12
हसेरन : 41
जलालाबाद : 39
कन्नौज : 69
सौरिख : 29
तालग्राम : 117
उमर्दा : 166 लक्ष्य मिलने के बाद जियो टैगिग कराई गई। जिसमें कुछ व्यक्ति अपात्र साबित हुए। इस कारण आवास आवंटन नहीं किया गया है। मामले की जांच करा रहे हैं।
-प्रेमप्रकाश त्रिपाठी, मुख्य विकास अधिकारी