पहले केंद्र प्रशासक व अब केस वर्कर पद के लिए रिश्वत लेने का आरोप
स्नद्बह्मह्यह्ल ड्डष्ष्ह्वह्यद्गस्त्र श्रद्घ ह्लड्डद्मद्बठ्ठद्द ढ्डह्मद्बढ्डद्ग द्घश्रह्म ह्लद्धद्ग श्चश्रह्यह्ल श्रद्घ ष्टद्गठ्ठह्लह्मड्डद्य न्स्त्रद्वद्बठ्ठद्बह्यह्लह्मड्डह्लश्रह्म ड्डठ्ठस्त्र ठ्ठश्र2 ष्टड्डह्यद्ग ङ्खश्रह्मद्मद्गह्म
जागरण संवाददाता, कन्नौज: वन स्टॉप सेंटर के रिक्त केंद्र प्रशासक के पद पर नियुक्ति से पहले रिश्वत का आरोप लगा है। अब केस वर्कर पद के लिए रुपये मांगे जा रहे हैं। मामले की शिकायत डीएम से की गई है।
19 अक्टूबर को सीडीओ की अध्यक्षता में वन स्टॉप सेंटर के रिक्त पदों पर साक्षात्कार हुए थे। केंद्र प्रशासक व मल्टी परपज की प्रक्रिया पूरी हो गई थी, जिनके परिणाम आना है। वहीं, केस वर्कर का कोरम अधूरा होने के कारण साक्षात्कार आगे होने हैं। चयन प्रक्रिया में शामिल अमिता कुशवाहा निवासी सहियापुर ने अनियमितता का आरोप लगाया है। सोमवार को जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्रा से मिलीं। बताया कि केंद्र प्रशासक पद पर उनका नाम था, जो डीपीओ प्रेमेंद्र कुमार ने काटकर केस वर्कर में कर दिया था। जब केसवर्कर की बारी आई तो कमेटी को साक्षात्कार लेने नहीं दिया। केंद्र प्रशासक पद के लिए अभ्यर्थी से रुपये लिए हैं। सेवाप्रदाता ने भी रुपये के लिए दबाव की बात कही है। अब केस वर्कर पद के लिए करीब दो लाख रुपये सेवाप्रदाता के माध्यम से मांगे जा रहे हैं। एडीएम गजेंद्र कुमार ने बताया कि आरोप गलत हैं। साक्षात्कार अनुभव के आधार पर निष्पक्ष हुए हैं। केस वर्कर का भी निष्पक्ष साक्षात्कार होगा।